पत्नी से अवैध संबंध के संदेह में जयराम ने कर दी प्रमोद की हत्या
पाकुड़ में योग शिक्षक और होटल संचालक प्रमोद कुमार भगत की हत्या के मामले में आरोपी जयराम तूरी गिरफ्तार। जयराम ने अपनी पत्नी के साथ अवैध संबंध के संदेह में प्रमोद की हत्या की। प्रमोद समाज सेवा, नशा...
पाकुड़/अमड़ापाड़ा। होटल संचालक सह योग शिक्षक प्रमोद कुमार भगत की हत्यारोपी जयराम तूरी को बुधवार की रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जयराम ने अपने पत्नी के साथ अवैध संबंध के संदेह में प्रमोद की चाकू घोंप कर हत्या कर दी। हत्याकांड मामले का खुलासा करते हुए एसपी प्रभात कुमार ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फेंस कर बताया कि आरोपी जयराम तुरी की गिरफ्तारी उसी के निजी घर से हुई है। घटना के बाद से आरोपी जयराम तुरी एक दिन और एक रात रहा पहाड़ पर बिताया था। जानकारी के मुताबिक अभियुक्त जयराम तुरी बंगाल में मजदूरी करने गया था। अभियुक्त करीब एक महीने पूर्व ही घर वापस घर आया था। अभियुक्त जयराम तुरी ने बंगाल में मजदूरी के क्रम में पत्नी को जरूरत पड़ने पर पैसा प्रमोद कुमार के खाते में भेजता था। प्रमोद के पास पैसे भेजने की जानकारी जयराम तुरी अपने पत्नी को देता था। जिसके बाद उसकी पत्नी अपने परिवार की महिला के साथ प्रमोद के होटल जाकर पैसे की निकासी कर घर लाती थी। इस बीच करीब एक महीने पूर्व अभियुक्त जयराम तुरी घर आया और उसको किसी व्यक्ति के द्वारा दोनों के अवैध संबंध की झूठी जानकारी दिया। इसी संदेह पर अभियुक्त जयराम तुरी ने शक के आधार पर प्रमोद को उसके होटल में चाकू घोंप कर हत्या कर दिया। हत्या में प्रयुक्त चाकू वह अपने साथ ही घर से लाया था। मौके पर एसडीपीओ विजय कुमार, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी अनिल कुमार गुप्ता थे।
नि:शुल्क देते थे योग की शिक्षा, नशा मुक्ति व मांसाहार के प्रति करते थे जागरूक : प्रमोद कुमार पढ़ाई के बाद कम उम्र से ही अमड़ापाड़ा छोड़ कर हरिद्वार बाबा रामदेव के पास चला गया। जहां पर बाबा रामदेव के आश्रम में कई साल रहकर योग व अन्य शिक्षा ग्रहण की थी। कई साल के बाद जब प्रमोद घर आया तब घर की परिस्थितियों को देखकर यहीं रहने लगे। यहां भी उन्होंने छोटे बड़े लोगों व स्थानीय प्रशासन के साथ संपर्क कर योग की शिक्षा का अलख जगाना शुरू किया। साथ ही उन्होंने सभी को नशा मुक्ति, मांस मछली छोड़ने आदि की शिक्षा लोगों को जानकारी देने लगे। कई लोग उनसे प्रेरित होकर नशा व मांस मछली का सेवन करना छोड़ चुके थे। उन्होंने निःस्वार्थ भाव से कई विद्यालयों में योगा की निःशुल्क क्लास भी देते थे। कई बार उन्होंने योगा का निःशुल्क शिविर का आयोजन भी कराया था। योग प्रशिक्षक प्रमोद कुमार पचुवाड़ा गांव के समीप गायों की सेवा व अपने भरण पोषण के लिए गौशाला भी खोला था। गौशाला बंद होने के बाद उन्होंने बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देना शुरू किया। उन्होंने अपनी छवि एक नेक दिल इंसान के रूप में बनाया था।
बच्चों को देते थे निःशुल्क शिक्षा, कॉपी व कलम : मृतक प्रमोद पचुवाड़ा मोड़ के समीप मानव आहार भोजनालय नामक होटल के संचालक थे। होटल में वह रांगा टोला, केवट टोला व पचुवाड़ा के छोटे छोटे करीब पचास बच्चों को निःशुल्क शिक्षा (ट्यूशन) देते थे। साथ ही बच्चों को निःशुल्क कॉपी, कलम व किताबे भी देते थे। वहीं बच्चों को नशा मुक्ति कर लिए प्रेरित भी किया करते थे। यही नहीं कई बच्चों को होटल में निःशुल्क नास्ता व भोजन भी कराते थे। अगर किन्ही के पास पैसे नहीं रहते थे तो उन्हें भोजन कराते थे। उनसे प्रेरित होकर कई लोग अपना जीवन में बदलाव भी कर चुके हैं।
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