जैविक खाद तथा उर्वरकों के उपयोग की जानकारी किसानों को मिला
पाकुड़ में आत्मा समेति सहाय्य अनुदान योजना के अंतर्गत किसान वैज्ञानिक अंतर्मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कृषि पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार ने किसानों को फसल सुरक्षा, जैविक खाद, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, और...

पाकुड़, प्रतिनिधि। आत्मा समेति सहाय्य अनुदान योजना अंतर्गत किसान वैज्ञानिक अंतर्मिलन कार्यक्रम का आयोजन आत्मा सभागार में किया गया। कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी सह परियोजना निदेशक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी लिट्टीपाड़ा, जिला के सभी प्रखंडों के एटीएम, बीटीएम एवं प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार ने फसल सुरक्षा कार्यक्रम योजना अंतर्गत प्रत्यक्षण हेतु किसानों को वितरित किए जा रहे कीट में उपलब्ध विभिन्न अवयवों यथा डोलोमाइट, बोरोन, कार्बेंडाजिम, राइजोबियम, कीटनाशक, फफूंदनाशक, खरपतवार नाशक के प्रयोग के बारे में विस्तार से किसानों को बताया गया। किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड का महत्व बताते हुए अनुशंसा के अनुरूप जैविक खाद तथा उर्वरकों के उपयोग की सलाह दी गई। किसानों को आम्लिक मिट्टी सुधार योजना अंतर्गत डोलोमाइट प्राप्त कर खेत में प्रयोग की सलाह दी गई। किसान समृद्धि योजना अंतर्गत 2 एचपी चालित सोलर पंप की जानकारी किसानों को दी गई। किसान सीएससी के माध्यम से आवेदन करके तथा 18 हजार 175 रुपया का अंशदान देकर प्राप्त कर सकते हैं। किसानों को प्रति बूंद अधिक फसल योजना अंतर्गत टपक सिंचाई एवं फव्वारा सिंचाई से बागवानी एवं अन्य फसलों में महत्व की जानकारी दी गई। उच्च गुणवत्ता के फसलों उत्पादन के तकनीकों से किसानों को अवगत कराया गया। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. संजय कुमार ने किसानों को पशुपालन के विभिन्न आयामों जैसे सूकर पालन, बत्तख पालन, गौ पालन आदि के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही पशुओं में होने वाले प्रमुख रोगों के बारे में भी किसानों को जानकारी दिया गया।
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