सनातनियों ने मनाया देवोत्थान और तुलसी विवाह
लोहरदगा में देवोत्थान और तुलसी विवाह का त्योहार मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया। घर की सफाई और सजावट के बाद तुलसी जी की पूजा की गई। मान्यता है कि भगवान विष्णु चार महीने की निंद्रा के बाद जागते हैं,...
लोहरदगा, संवाददाता। देवोत्थान और तुलसी विवाह का त्योहार मंगलवार को लोहरदगा जिले में आस्था और उल्लास के साथ मनाया गया। मंगलवार शाम घर की सफाई, धुलाई, लिपाई-पुताई के पश्चात नया चावल आंटा के घोल से पूरे घर को अल्पना से सजाते हुए घर जगाने की परंपरा निभाई गई। साथ ही तुलसी चबूतरे को सजाते हुए तुलसी जी की पूजा अर्चना की गई। ऐसी मान्यता है कि विष्णु भगवान चार माह के निंद्रा के पश्चात जागते हैं। तब देवउत्थान का त्योहार मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवउठनी एकादशी पर भगवान शालिग्राम संग तुलसी विवाह का विशेष महत्व है। चार महीने की योगनिद्रा के बाद जब प्रभु जागते हैं तो उस दिन सभी देवी-देवता मिलकर भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। भगवान विष्णु के जागने पर चार महीने से रुके हुए सभी तरह के मांगलिक कार्य पुनः प्रारम्भ हो जाते हैं।
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