अर्थाभाव में पारा शिक्षक की मौत, हाजिरी नहीं बनने पर चार माह से वेतन था बंद
महुआडांड़ के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय डोंगाडीह के पारा शिक्षक मुनेश्वर राम नगेसिया का निधन हो गया। परिवार ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण उनका इलाज सही से नहीं हो पाया। उनका मानदेय चार महीने से बंद...

महुआडांड़,प्रतिनिधि। प्रखंड के ओरसा पंचायत के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय डोंगाडीह के पारा शिक्षक मुनेश्वर राम नगेसिया का गुरुवार की सुबह अपने आवास में निधन हो गया। वे काफी दिनों से बीमार थे। परिजनों ने बताया कि अर्थाभाव में उनका इलाज ठीक से नहीं हो पाया। इनका चार माह से मानदेय भी बंद था। इस संबंध में पारा शिक्षक संघ प्रखंड अध्यक्ष सुभाष कुमार गुप्ता ने बताया कि गांव में नेटवर्क नहीं रहने के कारण उनकी बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बन पा रही थी। लेकिन रजिस्टर में हाजिरी अंकित था, जैसे अन्य शिक्षकों का है। अगर मानदेय बंद करना था तो सभी शिक्षकों का बंद करना चाहिए। ऐसे पांच शिक्षक है,जिनका मानदेय बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बनने के कारण अभी तक वेतन नहीं मिल पाया है। मुनेश्वर राम नगेशिया का भी मानदेय बंद है, उसे अविलंब शुरु करते हुए शिकाकुल परिवार को दिया जाए, अन्यथा पारा शिक्षक आंदोलन को बाध्य होंगे। मौके पर सुभाष कुमार गुप्ता, निर्मल उरांव, पार्वती तिर्की, विजय तिर्की , सरस्वती कुमारी, सरिता कुमारी, सकलदिप नगेसिया, नरेश यादव इत्यादि समस्त सहायक अध्यापक मौजूद थे। इस संबंध में प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनुपा मिंज ने बताया कि बहुत से पारा शिक्षक और शिक्षकों का वेतन बीईओ और ऑपरेटर के लापरवाही के साथ रिपोर्ट सही ढंग से नहीं बनाने के कारण वेतन बंद है। जिस कारण आयकर रिटर्न दाखिल करने में काफी दिक्कत हो रही है।
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