छिपादोहर में बालू नहीं मिलने से हो रही परेशानी
झारखंड में बालू घाटों पर एनजीटी द्वारा लगाई गई प्रतिबंध 15 अक्तूबर से हटा दी गई है। लेकिन बरवाडीह प्रखंड में बालू का उठाव पूरी तरह से बंद है। इससे सरकारी और निजी निर्माण कार्य प्रभावित हुए हैं और...
छिपादोहर, प्रतिनिधि। झारखंड में बालू घाटों पर एनजीटी द्वारा लगाई गई प्रतिबंध 15 अक्तूबर से हटा दी गई है। लेकिन बरवाडीह प्रखंड के सभी बालू घाटों से अब भी बालू का उठाव पूरी तरह से बंद है। बालू का उठाव बंद होने से अबुआ आवास, पीएम आवास सहित अन्य सभी सरकारी और निजी निर्माण कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। बालू बंद होने से एक तरफ जहां विकास का काम तो प्रभावित हो रहा हैं। वहीं दूसरी ओर मजदूर भी काफी परेशान हो गए हैं। बालू नहीं मिलने के कारण न तो आवास का निर्माण हो पा रहा और न ही कोई विकास की योजना चालू नहीं हो पा रही। रोजगार के अभाव में मजदूरों के समक्ष रोजी रोटी की विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है। मजदूर रोजगार की तलाश में अब दूसरे राज्यों में पलायन करने के लिए मन बना रहे हैं। गौरतलब हो कि 10 जून से एनजीटी की प्रतिबंध के कारण सभी बालू घाटों से बालू का उठाव बंद कर दिया था जिसे अब हटा दिया गया है। इस संबंध में पूछे जाने पर सीओ मनोज कुमार ने बताया कि पंचायत स्तरीय बालू घाट की अनुमति के लिए खनन विभाग से आदेश लिया जाता है, जिसकी प्रक्रिया जारी है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।