पशु मालिक का सहयोग नहीं मिलने पर जिला पशुपालन विभाग चिंतित
लातेहार में 21वीं पशुधन गणना कार्यक्रम चल रहा है, लेकिन पशुपालक विभागीय कर्मियों को सहयोग नहीं कर रहे हैं। भ्रम के चलते लोग सोचते हैं कि जानकारी देने पर योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। जिला पशुपालन विभाग...
लातेहार प्रतिनिधि। 21वीं पशुधन गणना कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में विभिन्न जातियों के पशुओं की गणना कराया जा रहा है। परंतु पशुपालक और पशु मालिक द्वारा विभागीय कर्मी (प्रगणक) को सहयोग नहीं किए जाने के कारण जिला पशुपालन विभाग चिंतित और परेशान हैं। लोगों में बीच पशुधन गणना को लेकर भ्रम की स्थिति है कि पशुओं की जानकारी देने पर उन्हें विभाग के द्वारा पशुपालन अंतर्गत आने वाली योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। बता दें कि 16 जातियों के पशुओं की गणना के लिए जिले में पशुपालन विभाग द्वारा लगभग 90 प्रगणक की नियुक्ति की गई है। जिन्हें घर घर जाकर पशुधन गणना के सर्वे के पश्चात् पशुपालन विभाग को डाटा उपलब्ध कराना है। इधर इस संबंध में जिला पशुपालन पदाधिकारी देवनाथ कुमार चौरसिया ने बताया कि पशुधन करना का उद्देश्य पशुओं की क्वालिटी के अनुसार अपग्रेड किया जाना है, ताकि पशुपालकों को इसका सीधा लाभ मिल सके। परंतु पशुपालकों में भ्रम की स्थिति होने के कारण वह प्रगणक का सहयोग करने से परहेज कर रहे हैं। उन्होंने पशुपालकों से अपील करते हुए कहा कि भ्रम की स्थिति में ना रहे। योग्य पशुपालकों को पशुपालन विभाग का लाभ अवश्य दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पशुधन गणना हेतु प्रखंड स्तर पर एक-एक सुपरवाइजर और जिला स्तर पर एक नोडल पदाधिकारी की नियुक्ति की गई है, जिन्हें पशुधन गणना में लगाया गया है। यह कार्यक्रम 20 दिसंबर से 31 मार्च तक चलेगा।
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