जिला मुख्यालय में डिग्री कॉलेज नहीं खुलने के कारण छात्र उच्च शिक्षा से वंचित
लातेहार जिला शैक्षणिक पिछड़ेपन का सामना कर रहा है। 75 वर्षों के बाद भी यहां एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज शुरू नहीं हो सका, जबकि दो कॉलेज भवन तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया, लेकिन सत्र शुरू नहीं हो...
लातेहार, प्रतिनिधि। लातेहार जिला राज्य के गठन होने के प्रारंभ से ही शैक्षणिक पिछड़ेपन का दंश झेल रहा है। इसे राजनीतिक व प्रशासनिक उदासीनता ही कहा जायेगा कि आजादी के 75 वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी लातेहार जिला मुख्यालय में एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज नहीं खुल पाया। लातेहार जिला मुख्यालय में सरकारी डिग्री कॉलेज की स्थापना की मांग कई वर्षों से लगातार की जाती रही है। हालांकि राज्य स्तर से लातेहार में एक डिग्री कॉलेज एवं एक महिला डिग्री कॉलेज लातेहार में स्थापित करने की स्वीकृति मिलीं भी। इन दोनों कॉलेजों का भवन भी बनकर तैयार भी हो गया। वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लातेहार के अपने दो दिवसीय यात्रा के दौरान गत फरवरी 2023 को इन दोनों कॉलेज भवनों का उद्घाटन भी कर दिया। बावजूद इसके इतने महीनों में इन दोनों कॉलेजों में सत्र शुरू नहीं हो सका। हालांकि कुछ दिन पूर्व नामांकन की प्रक्रिया शुरु भी हुई थीं, पर मामला दाव पेंच की बीच फ़सा रहा। छात्र संगठन के नेतृत्व में डिग्री कॉलेज चालू करने को लेकर आंदोलन भी किया गया था, परन्तु ना हीं जिला प्रशासन न ही अन्य राजनीतिक दलों के लोगों ने इसे शुरू कराने में दिलचस्पी दिखाई। छात्र संगठन के लोगों ने बताया कि जिला मुख्यालय में डिग्री कॉलेज का चालू नहीं हो पाना लातेहार के लिए दुर्भाग्य की बात है। नतीजतन जिले के छात्र उच्च शिक्षा ग्रहण के लिए दूसरे राज्य और जिलों में जाने को मजबूर है।
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