हिन्दुस्तान ग्राउंड रिपोर्ट
सदर हॉस्पिटल में कुते के हमले में किसी जानवर या आदमी को काटने पर पर्याप्त एंटी रैबीज इंजेक्शन उपलब्ध है। इमर्जेंसी प्रभारी संजय कुमार के मुताबिक इमर्

कोडरमा । सदर हॉस्पिटल में कुत्तों के हमले में किसी जानवर या आदमी को काटने पर पर्याप्त मात्रा एंटी रैबीज इंजेक्शन उपलब्ध है। इमर्जेंसी प्रभारी संजय कुमार के मुताबिक इमर्जेंसी में फिलहाल एंटी रैबीज की 300 वायल उपलब्ध है। प्रत्येक वायल में पांच डोज दवा है। उन्होंने बताया कि जनवरी 2025 में बंदर,भालू,बिल्ली और कुत्ता काटने के 181 और फरवरी माह में 230 मामले सामने आए हैं, जिसका इलाज सदर हॉस्पिटल में किया गया है। कुल 411 मामले में सर्वाधिक कुत्ते काटने से शामिल हैं। क्या कहते हैं डॉक्टर : सदर हॉस्पिटल के इमर्जेंसी ओपीडी में कार्यरत डॉ विकास कुमार गौरव ने सोमवार को पूछे जाने पर कहा कि कुत्ते किसी जानवर या आदमी को खरोंचे तो इससे बचाव के लिए एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाए जाते हैं। और यदि गंभीर तरीके काट लिया है ,तो एंटी रैबीज इजेंक्शन के साथ एंटी सेरा लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि कुत्ते के काटे जाने पर डॉक्टर की सलाह पर तुरंत इलाज शुरू किया जाना चाहिए।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।