राष्ट्रीय लोक अदालत में 09 हजार 717 मामलों का निष्पादन,6.67 करोड़ का प्रतिकर दिलाया
जामताड़ा में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें 9,717 मामलों का निष्पादन कर 6 करोड़ 67 लाख 77 हजार 444 रूपए का प्रतिकर दिया गया। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राधा कृष्ण ने लोक अदालत को...

जामताड़ा,प्रतिनिधि। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राधा कृष्ण की अध्यक्षता में शनिवार को जामताड़ा व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत में सुलह-समझौते के आधार पर 09 हजार 717 मामलों का निष्पादन कर 06 करोड़ 67 लाख 77 हजार 444 रूपए का प्रतिकर दिलाकर वादों को सुलझाया। मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष राधा कृष्ण ने कहा कि न्याय का सबसे अच्छा साधन लोक अदालत है। लोक अदालत में पक्षकारों को समय और पैसा दोनों की बचत होती है। सबसे विशेष बात है कि पक्षकारों का आपसी संबंध भी मधुर बना रहता है। वही कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश राजेश कुमार ने कहा कि पारिवारिक मामलों के निष्पादन के लिए लोक अदालत बेहतर प्लेटफार्म है। इसमें मामलों का निष्पादन करने से पारिवारिक संबंध मधुर बना रहता है। इस अवसर पर डीसी कुमुद सहाय ने भी राष्ट्रीय लोक अदालत की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए पक्षकारों को लोक अदालत का लाभ लेने की बात कही। मौके पर प्राधिकार के सचिव अभिनव ने कहा कि पक्षकारों की सुविधा के लिए ही व्यवहार न्यायालय परिसर में समय-समय पर लोक अदालत का आयोजन किया जाता है। ताकि पक्षकार अपनी सुविधा अनुसार अपने-अपने मामलों का निष्पादन सूचीबद्ध कराकर निर्धारित अवधि में अपने मामलों का निष्पादन कर सकें। कहा कि झालसा की ओर से ऑनलाइन उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया है। मौके पर जिला जज प्रथम संतोष कुमार,जिला जज तृतीय अजय कुमार श्रीवास्तव, मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी विश्वनाथ उरांव, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मोहम्मद नईम अंसारी, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अमित अलडा, सेलिका अन्ना हेरेंज,जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष मोहनलाल बर्मन,अपर लोक अभियोजक, सहायक लोक अभियोजक व अधिवक्ता समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
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