साइकिलिंग से फिटनेस और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहीं पूनम
आरएमएस बालीचेला स्कूल की योग शिक्षिका पूनम वर्मा साइकिलिंग से फिटनेस और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देर रही हैं। स्कूल की छात्र-छात्राओं को साइकिल चलाने के फायदे बताकर प्रेरित कर रही हैं। इतना ही नहीं,...
आरएमएस बालीचेला स्कूल की योग शिक्षिका पूनम वर्मा साइकिलिंग से फिटनेस और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देर रही हैं। स्कूल की छात्र-छात्राओं को साइकिल चलाने के फायदे बताकर प्रेरित कर रही हैं। इतना ही नहीं, रोज सुबह दर्जनभर बालिकाओं के साथ साइकिल चलाकर मिसाल पेश कर रही हैं।छोटे-छोटे काम को बाइक : टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) में रेकी और योग सलाहकार पूनम वर्मा बताती हैं प्रकृति में हो रहे उथल-पुथल के प्रति जागरूक होने का समय है। वरना आने वाला समय पर्यावरण के लिए परमाणु बम जैसे विस्फोट से कम घातक नहीं होगा। स्कूली बच्चों को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करना होगा। छोटे-छोटे कामों के लिए बाइक से परहेज से पेट्रोल की बचत के साथ पर्यावरण का संरक्षण भी होगा।
स्वास्थ्य से लिए वरदान : बच्चों को योग, संस्कार और नैतिकता का पाठ पढ़ा रहीं पूनम वर्मा ने कहा कि हमारे पूर्वज साइकिल को अहमियत देते थे। बदलते दौर में साइकिल चलाने की प्रवृत्ति कम हो गई है। नतीजा है कि अनफिट, कम स्टेमीना और कई रोग होने लगे हैं। साइकिलिंग से रक्तचाप तेज होता है तो चर्म की कोशिकाओं को अधिक पोषक तत्व और ऑक्सीजन मिलता है। यही स्वास्थ्य के लिए वरदान सिद्ध होता है।
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