शहर के 22 हजार पेयजल उपभोक्ताओं पर 14.74 करोड़ बकाया
छोटागोविंदपुर ग्रामीण जलापूर्ति योजना के 22 हजार उपभोक्ताओं को 67 महीने का बकाया चुकाना होगा। उपभोक्ताओं ने जून 2019 से अब तक एक भी शुल्क नहीं भरा है। अब जनवरी से सभी कनेक्शन धारकों को नियमित शुल्क...

छोटागोविंदपुर ग्रामीण जलापूर्ति योजना के 22 हजार उपभोक्ताओं को अब 67 महीने का बकाया चुकाना होगा। उपभोक्ता जून 2019 से ही पेयजल का उपयोग कर रहे, परंतु आज तक एक महीने का भी शुल्क जमा नहीं किया है। पेयजल स्वच्छता विभाग ने इसके संबंध में आम सूचना जारी की है। उसने अखबारों में विज्ञापन जारी कर कहा है कि वे बकाया शुल्क चुका दें। छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना के उपभोक्ताओं के लिए प्रति सामान्य घर 100 रुपये, जबकि अपार्टमेंट के वाशिंदों के लिए 250 रुपये का शुल्क तय किया है। इसके लिए क्षेत्रवार सहिया और एजेंसी के एक कर्मचारी को लगाया गया है। सामान्य घरों के वाशिंदों को हर महीने 100 रुपये की दर से 6700 रुपये, जबकि अपार्टमेंट वासियों को 250 रुपये की दर से 16,750 रुपये शुल्क चुकाना होगा।
जनवरी से नियमित देना होगा शुल्क
अब जलापूर्ति पर निगरानी एवं शुल्क वसूली को लेकर समिति बन गई है। सभी पंचायतों को मिलाकर यह समिति बनाई गई है। यही समिति सहिया की मदद से शुल्क वसूली करेगी। साथ में एजेंसी का भी एक कर्मचारी रहेगा। तय किया गया है कि जनवरी महीने से सभी कनेक्शन धारकों को अद्यतन नियमित शुल्क चुकाना होगा। जो पिछला बकाया है, उसे चुकाने के मामले में उपभोक्ता की मांग पर किस्त की सुविधा दी जा सकती है। इस पेयजल योजना का संचालन करने वाले पेयजल स्वच्छता विभाग के जमशेदपुर प्रमंडल के इंजीनियरों ने यह जानकारी दी है।
सप्लायर का बकाया चुकाने को जागा विभाग
पेयजल स्वच्छता विभाग का जमशेदपुर प्रमंडल शुल्क वसूली के लिए इसलिए गंभीर हुआ है, क्योंकि जलापूर्ति करने वाली निजी एजेंसी मेसर्स जेमिनी इंटरप्राइजेज का दो करोड़ रुपए उस पर बकाया हो गया है। बकाया चुकाने को दबाव बनाने के उद्देश्य से उक्त एजेंसी ने बीते 16 दिसंबर को जलापूर्ति ठप कर दी थी। और चेतावनी दी थी कि उसका बकाया 10 जनवरी तक नहीं मिला तो वह संचालन नहीं करेगा। मेसर्स जेमिनी इंटरप्राइजेज का 11 महीने का संचालन शुल्क पेयजल स्वच्छता विभाग पर बकाया हो चुका है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।