उत्पन्ना एकादशी आज, भगवान विष्णु की पूजा से बढ़ेगी सुख-समृद्धि
मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की उत्पत्ति एकादशी मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन देवी एकादशी की उत्पत्ति हुई थी। व्रत और पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। 26 नवंबर को व्रत और 27 नवंबर को पारण...
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मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की उत्पन्ना एकादशी मंगलवार को मनाई जाएगी। इस तिथि का विशेष महत्व इसलिए है, क्योंकि इस दिन देवी एकादशी की उत्पति हुई थी। इस वजह से इसे उत्पन्ना एकादशी का नाम दिया गया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत और पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। उत्पन्ना एकादशी का व्रत 26 नवंबर को रखा जाएगा, वहीं 27 नवंबर को पारण किया जाएगा। हिंदू धर्म में साल भर में आने वाली हर एकादशी का खास धार्मिक महत्व होता है, लेकिन उत्पन्ना एकादशी विशेष स्थान रखती है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ देवी एकादशी की भी पूजा की जाती है। इस दिन व्रत करने के साथ दान पुण्य से व्यक्ति को भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलता है। इससे व्यक्ति को कभी धन की कमी नहीं होती।
पूजन की विधि
पुरोहित संतोष त्रिपाठी ने बताया कि कोई भी पूजा और व्रत नियम विधि से करना चाहिए। इससे विशेष फल भी पूजन और व्रत करने वाले को मिलता है। सुबह स्नान आदि करके पूजा का संकल्प लेना चाहिए। पीले रंग के आसन पर भगवान विष्णु या कृष्ण भगवान की मूर्ति या तस्वीर रखकर घी के दीपक जलाएं। पीले रंग का भोग चढ़ाएं, साथ ही तुलसी दल अर्पित करना न भूलें। व्रत में एकादशी को प्रधान माना गया है। इस दिन बाल गोपाल या कान्हा के अभिषेक से विशेष लाभ मिलता है।
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