टाटा पावर ने एशियाई विकास बैंक के साथ 4.25 बिलियन अमेरिकी डॉलर का किया करार
भारत की टाटा पावर और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने नवीकरणीय और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता किया है। इस समझौते का उद्देश्य भारत के बिजली बुनियादी ढांचे को सुधारना है, जिसमें 4.25 बिलियन...
भारत की अग्रणी एकीकृत बिजली कंपनियों में से एक टाटा पावर और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने भारत के बिजली बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और नवीकरणीय और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वित्त पोषण का मूल्यांकन के लिए बाकू, अजरबैजान में चल रहे जलवायु सम्मेलन (सीओपी 29) के साथ समझौता (एमओयू) किया है। समझौते में कई प्रमुख चालू परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण के मूल्यांकन की रूपरेखा दी गई है। परियोजना की कुल अनुमानित लागत लगभग 4.25 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। 966 मेगावाट की सौर पवन हाइब्रिड परियोजना और पंप हाइड्रो स्टोरेज परियोजना और ऊर्जा संक्रमण, डीकार्बोनाइजेशन और बैटरी भंडारण के आसपास पाइपलाइन में अन्य परियोजनाएं, साथ ही टाटा पावर द्वारा प्रबंधित वितरण नेटवर्क को मजबूत करने के लिए पूंजीगत व्यय के लिए चल रहे वित्तपोषण करना है।
टाटा पावर के सीईओ और एमडी डॉ. प्रवीर सिन्हा ने बताया कि एशियाई विकास बैंक के साथ हमारा सहयोग महत्वपूर्ण कदम है। हम परिवर्तनकारी बिजली क्षेत्र की परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए अभिनव वित्तपोषण समाधान तलाश रहे हैं। यह समझौता ज्ञापन भारत की स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को आगे बढ़ाने और हमारे बिजली बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने, टिकाऊ और समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।