चाकुलिया का सर्वे संपन्न, मानगो-जुगसलाई का कल तक पूरा करने का निर्देश
चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग का सर्वे संपन्न हो गया है। जबकि मानगो नगर निगम और जुगसलाई नगर परिषद का सर्वे अधूरा है। उपायुक्त अनन्य मित्तल ने 14 जनवरी तक इसे पूरा करने का निर्देश दिया...
चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग का सर्वे संपन्न हो गया है। हालांकि मानगो नगर निगम और जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र में सर्वे का काम अभी भी अधूरा है। इस पर नाराजगी जताते हुए उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी अनन्य मित्तल ने दोनों निकायों के प्रमुख को हर हाल में 14 जनवरी तक इसे पूरा करने का निर्देश दिया है। राज्य के नगर निकायों में पिछड़े वर्गों को आरक्षण दिए जाने की पात्रता के निर्धारण हेतु डोर-टू-डोर सर्वे का कार्य किया जा रहा है। हालांकि पूर्वी सिंहभूम जिले के दो निकायों में सर्वे धीमी गति से होने के कारण उपायुक्त ने अब नई डेडलाइन तय की है। इससे पूर्व उन्होंने 31 दिसंबर तक इसे पूरा करने को कहा था। हालांकि 26 दिसंबर से ही काम शुरू होने की वजह से इतनी जल्दी सर्वे संपन्न नहीं हो सका। इसलिए अवधि विस्तार करना पड़ा था।
इससे पूर्व बीते 7 जनवरी को राज्य निर्वाचन आयोग ने सर्वे की समीक्षा की थी। उसमें 50 प्रतिशत से कम उपलब्धि रहने पर पूर्वी सिंहभूम सहित कई जिलों के कामकाज पर नाराजगी जताई थी।
सर्वे से मिलेगी पिछड़ों की संख्या की जानकारी
17 जुलाई 2017 को तत्कालीन राज्य सरकार ने मानगो को नगर निगम और जुगसलाई को नगर परिषद घोषित किया था। कायदे से इसके बाद दोनों निकायों में चुनाव होना चाहिए था। परंतु मानगो में आज तक कभी निकाय चुनाव हुआ ही नहीं, जबकि जुगसलाई में चार दशक से भी अधिक समय पहले चुनाव हुआ था। इसके कारण इन दोनों निकाय क्षेत्रों में पिछड़े वर्ग की आबादी ज्ञात नहीं है। जबकि पिछड़ों को भी वार्ड वार आरक्षण प्रदान किया गया है। इसकी वजह से इस सर्वे के माध्यम से ट्रिपल टेस्ट कराया जा रहा है। घर-घर सर्वे के माध्यम से संबंधित निकाय क्षेत्र में पिछड़ों वर्ग के मतदाताओं की संख्या और आबादी के बारे में जानकारी मिल जाएगी।
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