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अस्पतालों में वायरल फीवर और सर्दी-खांसी के मरीज हुए दोगुने

जिले में वायरल फीवर और सर्दी-खांसी के मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी है, खासकर बच्चों और बूढ़ों में। सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ है, और...

Newswrap हिन्दुस्तान, जमशेदपुरWed, 8 Jan 2025 05:31 PM
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जिले में वायरल फीवर और सर्दी-खांसी के मरीजों की संख्या में दोगुना इजाफा हुआ है। कुल मरीजों में 20 से 25 फीसदी मरीज वायरल फीवर के ही हैं। पिछले 15 दिनों से मौसम में तेजी से उतार-चढ़ाव के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी है। हर उम्र के लोग शिकार हो रहे हैं, लेकिन बच्चे और बूढ़े लोगों में परेशानी ज्यादा बढ़ रही है। सिर्फ एमजीएम में एक हजार से 12 सौ मरीज रोजाना आ रहे हैं। इनमें 20 फीसदी मरीज मेडिसीन विभाग के हैं। वहीं, 15 फीसदी मरीज वायरल बुखार से ग्रसित हैं। कई लोग तेज बुखार और सांस लेने में परेशानी की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं, शिशु रोग विभाग में भी वायरल की शिकायत को लेकर काफी संख्या में मरीज आ रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में ग्रामीण क्षेत्र के मरीज ज्यादा आ रहे हैं।

खांसी, सर्दी व बुखार की दवाइयों की मांग बढ़ी

सदर, जिला, अनुमंडल, प्राथमिक और उपस्वास्थ्य केन्द्रों के अस्पतालों में वायरल मरीजों के बढ़ने के कारण खांसी, सर्दी, बुखार की दवाइयों की खपत बढ़ गई है। सिर्फ सरकारी में ही नहीं बल्कि निजी अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है। निजी दवाई दुकानों में सांस से जुड़े स्प्रे की मांग की बढ़ गई है।

संक्रमण से बचें, अधिक उम्र वाले लें न्यूमोनिया का टीका

शिशु रोग विशेषज्ञ और फिजिशियन डॉ. अजय मिश्रा ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण वायरस का प्रकोप बढ़ जाता है। ये वायरस सांस को प्रभावित करते हैं। इससे होने वाला संक्रमण हवा से फैलता है। इस मौसम में सर्दी, खांसी जैसे फ्लू कॉमन हैं। न्यूमोंनिया, फैरिनजाइटिस (गले की बीमारी), सैनेसाइटिस (नाक के रास्ते में होने वाली परेशानी), दमा आदि तेजी से बढ़ते हैं। खासकर बच्चों या बूढ़ों को सतर्क रहना चाहिए। यह हवा से फैलता है्र इसलिए बेवजह बाहर न जाएं। सभी को फ्लू वैक्सीन लेनी चाहिए। न्यूमोनिया का टीका 55 साल से अधिक उम्र वाले को जरूर लेना चाहिए। बड़ी बीमारी वाले मरीज को यह टीका तीन-तीन साल पर लेना चाहिए। पेरशानी ब़ढ़ने पर डॉक्टर से मिलें। दवा दुकानदार के सुझाव पर दवाइयां लेने से बचना चाहिए।

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