संक्रमण का बढता खतरा, आरटीपीसीआर में हाथ अटके
पड़ताल
जमशेदपुर वरीय संवाददाता
एक तरफ कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, वहीं दूसरी ओर जांच में लगी प्रशासनिक टीम लोगों की आरटीपीसीआर जांच पूरी नहीं कर पा रही है। शुक्रवार को शहर में आरटीपीसीआर जांच के लिए अभियान चलाया गया था, लेकिन स्थिति यह थी कि आठ जगहों से जांच का प्रतिशत महज 55 प्रतिशत ही रहा।
शुक्रवार को जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना जांच अभियान चलाया गया। जुगसलाई, एमजीएम व उलीडीह, आजादनगर, बिष्टूपुर, साकची व कदमा, सोनारी में अभियान चलाया गया। इन सभी जगहों पर आरटीपीसीआर जांच के लिए 660 लोगों का नमूना लिया गया़, जबकि सभी जगहों को मिलाकर 1200 का लक्ष्य दिया गया था, जो महज 55 प्रतिशत ही है। इन सभी नमूनों को जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा जाएगा। तीन से चार दिनों के अंदर रिपोर्ट आएगी।
छह केन्द्र बनाए गए थे
शुक्रवार को कोरोना जांच के लिए आरटीपीसीआर को ही आधार बनाकर शहर में छह केन्द्र बनाए गए थे, जहां जांच टीम द्वारा लोगों को लाना था और जांच करनी थी। इसके लिए बाजार इलाकों को ही केन्द्र बनाया गया था।
ठीक से नहीं हुआ प्रचार
हर इलाके में जिस तरह इसके लिए प्रचार किया जाना था, वह नहीं हो पाया। इसका नतीजा था कि जितनी संख्या में लोगों की जांच की जानी थी, वह नहीं हो पाई और पुलिस की मौजूदगी के बावजूद लोगों को विभाग जांच के लिए केन्द्र तक लाने में सक्षम नहीं रहा।
जांच के लिए भटक रहे हैं लोग
इधर, टीएमएच में स्थिति यह है कि यहां जांच कराने के लिए लोग भटक रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासनिक स्तर पर कैम्प लगाकर जांच की जा रही है और उसमें लोगों का नहीं आना ताज्जुब वाली बात है। यदि पहले कैम्प की निर्धारित जगह बताई जाए तो लोग वहां जाकर जांच कराएंगे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।