बेस किचन की खराब स्थिति पर रेलवे ने जताई नाराजगी
ट्रेन यात्रियों के लिए गुणवत्तापूर्ण खाना-नाश्ता देने की योजना में बेस किचन के संचालक रेलवे प्रावधान का पालन नहीं कर रहे हैं। रेल अधिकारियों की जांच में कमियां सामने आई हैं। रेलवे ने आईआरसीटीसी को...
ट्रेन यात्रियों को ताजा व गुणवत्तापूर्ण खाना-नाश्ता देने की योजना से शुरू बेस किचन के संचालक रेलवे प्रावधान का पालन नहीं कर रहे हैं। रेल अधिकारियों की औचक जांच में यह सामने आया है। इसके बाद रेल मंडल के सीनियर डीसीएम को औचक जांच करने का आदेश दिया गया है। बताया जाता है कि एक बेस किचन के निरीक्षण में तीन यंत्र नहीं मिले थे। हालांकि, रेलवे ने स्पष्ट नहीं किया कि कहां के बेस किचन में खराबी मिली है। रेलवे जोन ने नाराजगी जताकर आईआरसीटीसी को सतर्कता बरतने का आदेश दिया है, ताकि यात्रियों को ट्रेन में स्वच्छ, स्वादिष्ट, गुणवत्तापूर्ण और ताजा खाना-नाश्ता उपलब्ध कराया जा सके। जानकार बताते हैं कि ट्रेनों में खानपान को लेकर यात्रियों की शिकायत रेल मदद एप पर बढ़ती जा रही है। शिकायतें दूर करने के लिए ट्रेनों की खानपान व्यवस्था पर रेलवे की नजर है। स्टेशन दर स्टेशन इसमें सुधार के लिए वाणिज्य व खानपान निरीक्षक से औचक जांच कराई जा रही है। मालूम हो कि टाटानगर स्टेशन के आसपास भी वंदे भारत, राजधानी, दुरंतो व अन्य ट्रेनों में खाना-नाश्ता सप्लाई के लिए आधा दर्जन बेस किचन स्थापित किए गए है, जबकि पहले ट्रेनों में टाटानगर स्टेशन की जनआहार कैंटीन से नाश्ता व खाना चढ़ता था। इधर, स्टेशन के स्टॉल एवं ट्रेनों के खानपान सेवा में सुधार के लिए रेलवे पुराने नियम में बदलाव करने वाला है। इससे सप्लाई एजेंसियों से आवेदन मांगे गए हैं, क्योंकि यात्रियों के लिए बर्गर, पेटीज, चिप्स, समोसे, केक, बिस्किट व अन्य खाद्य सामग्री सप्लाई करने वालों को अब रेलवे से लाइसेंस मिलेगा। पहले स्टॉल या रेस्टोरेंट संचालक किसी से भी बर्गर, पेटीज, चिप्स एवं अन्य सामग्री मंगाकर ट्रेनों में भेज देते थे। इसपर एक महीने के अंदर रोक लगेगी।
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