बायोडिग्रेडेबल उत्पादों का उपयोग कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने से बचा सकते : हिमांशु
एनएसएस एनआईटी जमशेदपुर ने 10 से 12 जनवरी तक सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर कार्यक्रम आयोजित किया। छात्रों ने ग्रीन बिल्डिंग, प्लास्टिक वेस्ट कम करने और नवीकरणीय ऊर्जा पर विचार प्रस्तुत किए। सेमिनार में...
एनएसएस एनआईटी जमशेदपुर ने 10 से 12 जनवरी तक सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। छात्रों ने ग्रीन बिल्डिंग प्रैक्टिसेज, प्लास्टिक वेस्ट को कम करना, नवीकरणीय ऊर्जा का प्रभाव और जल प्रबंधन रणनीतियों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर नवाचारी विचार और समाधान प्रस्तुत किए। आयोजन एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डॉ. जयेंद्र कुमार की देखरेख में हुआ। रविवार को कार्यक्रम का समापन एक सेमिनार के साथ हुआ, जिसमें हिमांशु शेठ ने मुख्य वक्ता के रूप में छात्रों को सम्बोधित किया।उन्होंने बांस के पेड़ के फायदों के बारे में बताया और बताया कि कैसे यह फर्नीचर और अन्य उत्पादों में उपयोगी हो सकता है। उन्होंने कहा कि बायोडिग्रेडेबल उत्पादों का उपयोग कर पर्यावरण को नुकसान होन से बचा सकते हैं। पहुंचाने वाले उत्पादों को अपनाने की अपील की। इस सेमिनार में डॉ. आरपी सिंह (डीन, छात्र कल्याण) और डॉ. जयेंद्र कुमार (एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक) भी उपस्थित थे। लगभग 100 छात्रों ने इस सेमिनार में भाग लिया। गया।
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