एनआईटी को शोध के लिए मिले 17 करोड़, तीन साल में दोगुनी हुई राशि
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जमशेदपुर की साख तीन वर्ष में तेजी से सुधरी है। 2023-24 में संस्थान को 62 स्पॉन्सर्ड प्रोजेक्ट के लिए 17 करोड़ 50 लाख रुपये मिले। पिछले तीन वर्षों में रिसर्च...
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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जमशेदपुर की साख तीन वर्ष में तेजी से सुधरी है। एनआईटी के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2023-24 में संस्थान को कुल 62 स्पॉन्सर्ड प्रोजेक्ट यानी प्रायोजित प्रोजेक्ट प्राप्त हुए। इसके लिए 21 फंडिंग एजेंसियों की तरफ से संस्थान को 17 करोड़ 50 लाख 8 हजार 166 रुपये दिए गए। इन 17 करोड़ 50 लाख रुपये से संस्थान को न सिर्फ नए उत्पादों के लिए शोध कार्य करना है, बल्कि अलग-अलग फंडिंग एजेंसियों यानी कंपनियों के प्रोडक्ट की गुणवत्ता में सुधार लाने और उन्हें नई टेक्नोलॉजी के अनुरूप विकसित करने लिए रिसर्च करना है। तीन वर्ष में संस्थान को मिली यह रिसर्च फंडिंग राशि लगभग दोगुनी से अधिक है। संस्थान को तीन साल में मिले स्पॉन्सर्ड रिसर्च की संख्या भी दोगुनी हो गई है। संस्थान की ओर से नेशनल इंस्टीट्यूशन रैंकिंग फ्रेमवर्क को दिए गए अपने आंकड़ों में इस बाबत जानकारी साझा की गई है।
एनआईटी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2021-22 में संस्थान को शोध के लिए महज 7 करोड़ 3 लाख की राशि प्रदान की गई थी। यह राशि 45 रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए अलग-अलग 19 फंडिंग एजेंसियों की ओर से दी गई थी। इसी तरह वर्ष 2022-23 के दौरान संस्थान को 8 करोड़ 2 लाख रुपये एजेंसियों की ओर से दिए गए। उस समय 49 स्पॉन्सर रिसर्च प्रोजेक्ट वर्क के लिए 20 फंडिंग एजेंसियों ने राशि प्रदान की थी। किसी भी संस्थान को स्पॉन्सर्ड रिसर्च के लिए मिली यह राशि सबसे अधिक राशि में से एक है। इससे स्पष्ट होता है कि पिछले कुछ वर्षों में तकनीकी विकास के क्षेत्र में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर की साख तेजी से बड़ी है। इसका लाभ संस्थान को नेशनल इंस्टीट्यूशन रैंकिंग फ्रेम वर्क (एनआईआरएफ) की ओर से इस वर्ष जारी की जाने वाली राष्ट्रीय स्तर की रैंकिंग में मिल सकता है। पिछले साल संस्थान को एनआईआरएफ की टॉप 100 की सूची से बाहर कर दिया गया था, जबकि 2 वर्ष पहले तक एनआईटी जमशेदपुर देश के टॉप 100 शैक्षणिक संस्थानों में गिना जाता था और इसकी रैंकिंग 70 टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों में की जाती थी। अब रिसर्च के लिए संस्थान को फंडिंग एजेंसियों की ओर से मिल रही प्राथमिकता के कारण फिर से संस्थान को रैंकिंग में बड़ी उछाल मिल सकती है। एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधार के मुताबिक, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर की प्राथमिकता शोध कार्य करना है। वर्तमान में सैकड़ों शोध कार्य संस्थान में चल रहे हैं और इंडस्ट्रियल रिलेशन को बेहतर कर उद्योगों को बेहतर प्रौद्योगिकी देने की दिशा में सकारात्मक कदम बढ़ाए जा रहे हैं। उनके मुताबिक भविष्य में उद्योगों के साथ और बेहतर समन्वय बनाकर तकनीक विकसित करने की दिशा में संस्थान विशेष काम करेगा।
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