एनआईटी में वैश्विक स्तर पर कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए कार्यशाला
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर ने ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए एक पांच दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। इसमें प्रमुख वैज्ञानिकों और विद्वानों के साथ सहयोग का अवसर...
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए उन्नत ताप हस्तांतरण प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित एक उच्च स्तरीय पांच दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन सोमवार को मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना के प्रो. मनबेंद्र पाठक द्वारा किया गया। इस अवसर पर एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधार, उप निदेशक प्रो. आर.वी. शर्मा और अधिष्ठाता (अनुसंधान एवं परामर्श) प्रो. एम.के. सिन्हा भी उपस्थित थे। प्रो. शर्मा ने कार्बन उत्सर्जन में कमी के लिए ऊर्जा दक्षता बढ़ाने के बेहतर विकल्प बनाने की आवश्यकता पर बल दिया, खासकर जब ग्रह ग्लोबल वार्मिंग के कारण सबसे खराब जलवायु आपदाओं में से एक का सामना करने के कगार पर है। उन्होंने युवाओं को इस कार्यशाला के महत्व के बारे में भी प्रेरित किया, जिससे उन्हें प्रसिद्ध वैज्ञानिकों के साथ काम करने और अन्य प्रतिष्ठित भारतीय शैक्षणिक संस्थानों से संबंधित कई विद्वानों और प्रसिद्ध प्रोफेसरों के साथ सहयोग करने के कई अवसर मिलेंगे। प्रो. सिन्हा ने भी इस कार्यशाला के महत्व पर बात करते हुए छात्रों को अपनी गहरी अंतर्दृष्टि से अवगत कराया और अन्य संस्थानों के शीर्षतम संकाय के साथ बातचीत के कारण छात्रों को मिलने वाले नेटवर्किंग अवसरों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला का समन्वय डॉ. रिंकू कुमार गौड़ा, डॉ. के. श्री कृष्ण सुधांशु, डॉ. शैलेश कुमार झा एवं डॉ. अरविंद कुमार पटेल द्वारा किया जा रहा है। यह कार्यशाला सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के सभी शोध विद्वानों, स्नातकोत्तर छात्रों और स्नातक छात्रों (बीटेक, बीई, बीएससी.) के लिए आयोजित की गई है।
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