इंजीनियरिंग के साथ आईआईएम में एमबीए भी कर सकेंगे एनआईटी के छात्र
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर और भारतीय प्रबंधन संस्थान विशाखापत्तनम ने अनुसंधान, उद्यमिता और शिक्षाविदों के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया। इस समझौते से एनआईटी के...
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जमशेदपुर और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) विशाखापत्तनम ने अनुसंधान, उद्यमिता और शिक्षाविदों के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए मंगलवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। इस समझौते पर आईआईएम विशाखापत्तनम के निदेशक प्रो. एम.चंद्रशेखर और एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधर ने हस्ताक्षर किये। दोनों संस्थानों की यह साझेदारी एनआईटी जमशेदपुर के छात्रों को बीटेक के साथ-साथ आईआईएम विशाखापत्तनम में प्रबंधन की डिग्री हासिल करने का मौक़ा प्रदान करेगी। एमओयू के तहत एनआईटी के छात्रों को दोहरी डिग्री प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। इसके अतिरिक्त, हाल ही में एनआईटी से स्नातक हुए छात्र आईआईएम विशाखापत्तनम में एमबीए भी कर सकेंगे, जिससे उनके पेशेवर विकास के नए रास्ते खुलेंगे।
एमओयू पर हस्ताक्षर के बाद आयोजित की गई एक बैठक में प्रो. शमीम जावेद ने एनआईटी के संकाय सदस्यों और डीन को प्रबंधन डिग्री की पात्रता और संरचना के बारे में जानकारी दी। वहीं उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एनआईटी जमशेदपुर में स्थापित सेक्शन 8 कंपनी के प्रभावी प्रबंधन के लिए रणनीतियों पर भी चर्चा की गई। प्रो चंद्रशेखर ने अंतःविषय कौशल विकास के महत्व पर जोर देते हुए इन पहलों के लिए आईआईएम विशाखापत्तनम के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। प्रो सूत्रधार ने प्रबंधन कौशल के साथ तकनीकी विशेषज्ञता के संयोजन की परिवर्तनकारी क्षमता पर प्रकाश डाला।
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