Hindi NewsJharkhand NewsJamshedpur NewsNew Education Policy Enables Engineering Students to Pursue Additional Branch Courses at NIT Jamshedpur

इंजीनियरिंग के छात्र मेन कोर्स के साथ कर सकेंगे दूसरे ब्रांच में अतिरिक्त कोर्स

नई शिक्षा नीति के तहत, एनआईटी जमशेदपुर में इंजीनियरिंग के छात्रों को अपनी मूल ब्रांच के अलावा दूसरे ब्रांच में भी कोर्स करने की अनुमति दी गई है। छात्रों को अपने सेमेस्टर परीक्षा में टॉपर बनने पर...

Newswrap हिन्दुस्तान, जमशेदपुरWed, 15 Jan 2025 05:31 PM
share Share
Follow Us on

नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई में कई बदलाव होने जा रहे हैं। एनआईटी जमशेदपुर में इस बदलाव के तहत अब इंजीनियरिंग यानी बीटेक के छात्र अपने मूल ब्रांच के अलावा दूसरे ब्रांच का कोर्स भी कर सकेंगे। संस्थान के सीनेट ने इस बाबत आए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके मुताबिक अब विद्यार्थी अपने उस मूल ब्रांच में मेजर कोर्स तो करेंगे ही, जिसमें उन्होंने दाखिला लिया है, इसके अलावा उन्हें दूसरे ब्रांच का भी शॉर्ट टर्म कोर्स करने का अवसर मिलेगा, जिसका क्रेडिट उनके अंतिम परिणाम में शामिल किया जाएगा। अगर किसी छात्र ने अगर कंप्यूटर साइंस में बीटेक में दाखिला लिया है तो उस छात्र को अब कंप्यूटर साइंस के अलावा सिविल इंजीनियरिंग अथवा इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में भी सर्टिफिकेट लेने का मौका मिल सकेगा। इसके लिए संस्थान ने नियमावली बनाई है। उसी नियमावली के तहत उन्हें यह कोर्स करने का मौका दिया जाएगा। नियमावली के तहत अपने मूल कोर्स के अलावा अतिरिक्त कोर्स करने का अवसर उन विद्यार्थियों को मिलेगा, जो अपने सेमेस्टर परीक्षा में टॉपर होंगे। संस्थान की ओर से निर्धारित नियम के मुताबिक 20 क्रेडिट अपने सेमेस्टर परीक्षा में प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को यह अतिरिक्त कोर्स करने का अवसर दिया जाएगा। हालांकि इसमें भी उन्हीं विद्यार्थियों को अतिरिक्त कोर्स करने का लाभ मिल सकेगा, जो अपने ब्रांच में टॉप 15% छात्रों में शामिल होंगे। यानी शीर्ष अंक अर्जित करने वाले सभी ब्रांच के ब्रांचवार 15% विद्यार्थियों को ही अपने मूल ब्रांच में मेजर करने के साथ-साथ दूसरे ब्रांच में माइनर कोर्स करने का अवसर मिलेगा। विद्यार्थियों का यह माइनर कोर्स उनके मूल कोर्स के क्रेडिट में जुड़ेगा और इसके लिए उन्हें उसे दूसरे ब्रांच से भी सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को अपने मूल ब्रांच के अलावा दूसरे ब्रांच का भी अनुभव प्राप्त होगा, जो उन्हें भविष्य में कहीं भी काम आ सकता है। सीनेट ने इस बाबत आए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और नए सत्र से इस व्यवस्था को संस्थान में लागू कर दिया है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें