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प. सिंहभूम : नक्सलियों ने घर से बुलाकर दो को मौत का घाट उतार दिया

नोवामुंडी (जगन्नाथपुर)। संवाददातापश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी के जेटेया थाना के हमसदा गांव में गुरुवार को नक्सलियों ने शाम साढ़े सात बजे घर से बुलाकर 55 वर्षीय सोनाराम सिरका एवं 25 वर्षीय बामिया...

हिन्दुस्तान टीम जमशेदपुरSat, 7 Oct 2017 08:14 PM
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नोवामुंडी (जगन्नाथपुर)। संवाददाता

पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी के जेटेया थाना के हमसदा गांव में गुरुवार को नक्सलियों ने शाम साढ़े सात बजे घर से बुलाकर 55 वर्षीय सोनाराम सिरका एवं 25 वर्षीय बामिया सिरका उर्फ चोड़े सिरका की गोली मारकर हत्या कर दी।

चार नक्सली दादा बुलाने की बात कहकर दोनों को घर से बाहर ले गए थे, जबकि बाकी झाड़ियों के पीछे छुपे हुए थे। दोनों को हमसदा व कुन्द्रीझोर गांव की सीमा में लेकर हत्या कर दी गई। पुलिस शनिवार को जानकारी मिलने पर गांव पहुंची।

पुलिस के अनुसार, दस्ते के लोग एवं ग्रामीण हार्ड कोर नक्सली संदीप दा को दादा के नाम से संबोधित करते थे। घटना के समय बामिया सिरका के घर में पत्नी गीता सिरका, तीन साल का बेटा असाब सिरका एवं उसकी बूढ़ी मां मौजूद थी। इसी तरह से सोनाराम सिरका को भी घर से बुला लिया गया था। नक्सली संगठन के गांव आने की खबर पाकर 13 वर्षीय बेटी,17वर्षीय बेटा गुरा सिरका एवं बाबूसिंह सिरक कहीं छिप गए थे । घरवालों के अनुसार सोनाराम सिरका खेती कर जीवन गुजार रहा था, जबकि बामिया गोवाली(ओड़िसा) में डंपर चलाने का काम कर रहा था और दुर्गापुजा से पहले गांव आया हुआ था। पुलिस के अनुसार घटना 5अक्तूबर की है और घटना के बाद पुलिस को गांव में दहशत के माहौल में ग्रामीण मुंडा कुसु केराई ने भी थाना जाने से इनकार कर दिया।

6 अक्तूबर को मुंडा की सहमति के बाद रात लगभग 12 बजे ग्रामीणों ने दोनों लाश को जला दिया। इसके बाद पुलिस ने सूचना पाकर शनिवार को 11बजे गांव जाकर इस नक्सली घटना की जानकारी ली। थाना प्रभारी सुरेन्द्र प्रसाद सिंह के अनुसार बामिया को तीन गोली मारी गई थी, जबकि सोनाराम सिरका को दो गोली गली थी। इसमें एक गोली मिस फायर हो गया था। खोखा को जब्त कर लिया गया है। घटना के बारे में ग्रामीण कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं।

संदीप दा ने दिया अंजाम : पुलिस ने बताया कि इस घटना को संदीप दा की टीम ने अंजाम किया है। संदीप दा अभियान के दौरान तीन बार बच निकला है। बौखलाहट में उसने इस घटना को अंजाम दिया है। जनता के बीच से पैठ खत्म होने के कारण दहशत फैलाने के उद्देश्य से दोहरी हत्या की इस घटना को अंजाम दिया गया है। घटना के बाद मृतक के परिजनों में भय का माहौल व्याप्त है और वे जेटेया थाना में शरण लिए हुए हैं। अभी तक किसी भी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। मृतक सोनाराम सिरका के भाई सुबेदार सिरका व बामिया सिरका के भाई ब्रजमोहन सिरका के बयान पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है।

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