एमजीएम में डॉक्टर ऑन ड्यूटी का नहीं लग सका बोर्ड
एमजीएम अस्पताल में मरीजों को डॉक्टरों की जानकारी नहीं मिलती है, क्योंकि इमरजेंसी और ओपीडी में डॉक्टरों के ड्यूटी बोर्ड नहीं लगे हैं। इससे मरीजों को यह नहीं पता चलता कि कौन डॉक्टर इलाज कर रहा है।...
एमजीएम अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को इलाज करने वाले डॉक्टरों के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती है, क्योंकि डॉक्टरों से संबंधित बोर्ड लगा ही नहीं है। इमरजेंसी और ओपीडी वार्ड में आने वाले मरीजों को यह पता नहीं चलता है कि कौन डॉक्टर ड्यूटी पर हैं और कौन उनका इलाज कर रहा है। दो साल पहले साकची स्थित एमजीएम अस्पताल के नए भवन का शिलान्यास होने के पहले तत्कालीन डीसी विजया जाधव ने कहा था कि इमरजेंसी और ओपीडी में डॉक्टर ऑन ड्यूटी का बोर्ड लगेगा। जिसमें उल्लेख रहेगा कि किस पाली में किस डॉक्टर की ड्यूटी है, ताकि लोगों को जानकारी हो सके व डॉक्टर भी समय पर ड्यूटी आ सकें। लेकिन वह बोर्ड आज तक नहीं लगा। मरीज गंभीर बीमारी से ग्रसित होते हैं तो वह चाहते हैं कि किसी सीनियर डॉक्टर से दिखा लें, लेकिन उन्हें पता ही नहीं होता है किस सीनियर डॉक्टर की ड्यूटी किस दिन है, ताकि उसी दिन वे अस्पताल आएं।
अस्पताल में आए एक पुराने मरीज बाबू मुर्मू ने बताया कि वे सरायकेला के एक गांव में सामाजिक कार्यकर्ता हैं। गांव में किसी को भी कोई परेशानी होती है तो उनके साथ वे आते हैं। कहा कि वर्षों से यही स्थिति है। इमरजेंसी में नए डॉक्टर इलाज करते हैं। सीनियर की ड्यूटी है कि नहीं या वे ड्यूटी से गायब हैं, यह पता ही नहीं चल पाता। इस तरह मरीज गंभीर होते हैं और उनका ठीक से इलाज नहीं हो पाता है।
अस्पताल में कहीं पूछताछ काउंटर भी नहीं
विजया जाधव ने कहा था कि प्रशासनिक भवन के पास मरीजों की सुविधा के लिए एक पूछताछ काउंटर भी बनेगा, लेकिन वह भी नहीं बना। सेंट्रल रजिस्टेशन काउंटर बना है, लेकिन वहां पूछताछ की व्यवस्था नहीं है।
तीन-चार दिन पहले इमरजेंसी में इसके लिए आदेश दिया गया था कि आठ घंटे तक डॉक्टर से लेकर सफाईकर्मी तक जिन-जिन लोगों की ड्यूटी है, उनकी सूची बने और चस्पा किया जाए। वैसे सभी विभागों में विभागाध्यक्ष डॉक्टरों का ड्यूटी चार्ट बनाते हैं।
डॉ. शिखा रानी, अधीक्षक, एमजीएम अस्पताल
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।