जम्मूतवी के पांच जनरल कोच में 17 सौ से ज्यादा गए प्रयागराज
महाकुंभ स्नान के लिए टाटानगर से जम्मू एक्सप्रेस में 2000 से अधिक श्रद्धालु चढ़े। जनरल टिकट वाले यात्रियों को कोच तक लाने में रेलवे ने भीड़ नियंत्रण के उपाय किए। आरपीएफ और टिकट निरीक्षकों की सतर्कता से...
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महाकुंभ स्नान के लिए दो हजार से अधिक श्रद्धालुओं को लेकर शुक्रवार शाम टाटानगर-जम्मूतवी एक्सप्रेस रवाना हुई। भीड़ के बावजूद पहली बार जनरल टिकट वाले एक भी यात्री आरक्षित कोच पर नहीं चढ़ सके, क्योंकि स्टेशन के पोर्टिको से कतार लगाकर जनरल टिकट के यात्रियों को कोच तक लाया गया। परिचालन विभाग के कोच मैनेजमेंट के कारण प्लेटफॉर्म पर पांचों जनरल कोच समेत महिला एवं दिव्यांग बोगी इंजन के बाद एक ही जगह थे। आरपीएफ जवानों एवं टिकट निरीक्षक की सतर्कता के कारण किसी यात्री को कोच में चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की नहीं करनी पड़ी। लेकिन किसी कोच में खड़े होने की जगह नहीं थी। दर्जनों यात्री जनरल कोच के गेट पर लटके दिखे, जबकि सैकड़ों यात्री शौचालय एवं फर्श पर बैठे थे। जानकारी के अनुसार, टाटानगर से जम्मू एक्सप्रेस के आरक्षित कोच में 1079 (स्लीपर 292, थर्ड एसी 287, इकोनॉमी 397 एवं सेकेंड एसी में 103) यात्री सवार हुए, जबकि साढ़े 18 सौ से ज्यादा जनरल टिकट प्रयागराज एवं अन्य स्टेशनों के लिए बिका। इधर, डीआरएम तरुण हुरिया ने बताया कि पूर्व की अफरातफरी के मद्देनजर भीड़ नियंत्रण का ठोस उपाय किया गया। इससे दो हजार से ज्यादा यात्री सहूलियत से सवार हुए। बताया जाता है कि यात्रियों की भीड़ के कारण जम्मू एक्सप्रेस में तीन जनरल कोच बढ़ाया गया था। इसके लिए ट्रेन से एक स्लीपर व पेंट्रीकार को हटा दिया गया था।
पोर्टिको में 11 बजे से लगने लगी थी कतार
टाटानगर स्टेशन पर भगदड़ रोकने के लिए रेलवे ने यात्रियों को दो श्रेणियों में बांटकर प्लेटफॉर्म में प्रवेश कराया गया। आरक्षित टिकट वाले यात्रियों को रेलकर्मियों के स्टैंड में रखा गया था। वहीं, जनरल टिकट यात्रियों की कतार दिन में 11 बजे से लगने लगी थी। इन्हें पोर्टिको टिकट केन्द्र से यात्री शेड होकर प्लेटफॉर्म पर घेराबंदी के बीच टिकट देखकर कोच पर चढ़ाया गया। भीड़ के कारण पोर्टिको में दो कतार लगी थी। फुट ओवरब्रिज पर भी आरपीएफ के जवान थे, ताकि कोई कतार के बगैर प्लेटफॉर्म पर न जा सके। बुधवार को जम्मू एक्सप्रेस पर चढ़ने के लिए अफरातफरी मची थी। डीआरएम, सीनियर डीसीएम व आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट भी यात्रियों की कतार लगाने में जुटे थे।
आरपीएफ, टीटीई व स्कॉउट को 30 हजार रिवार्ड
कुंभ के यात्रियों को समय से सुरक्षित जनरल कोच पर चढ़ाने से डीआरएम तरुण हुरिया प्रसन्न हुए। डीआरएम ने हाथ जोड़कर आरपीएफ, टीटीई एवं स्कॉउट एंड गाइड के वालंटियर को धन्यवाद देकर उनके प्रयास की सराहना की। उन्होंने टाटानगर के रेलकर्मियों को 30 हजार रुपये रिवार्ड देने की भी घोषण की। इसमें 10-10 हजार आरपीएफ एवं टीटीई, स्कॉउट एंड गाइड को 5 हजार समेत अन्य रेलकर्मियों को 5 हजार रुपये रिवार्ड देने का आदेश दिया। डीआरएम ने कहा एक-एक यात्री को कतार से कोच पर चढ़ाना चुनौती था, जो सभी के सहयोग से सफल हो गया। उन्होंने कहा भविष्य में भी इसी तरह से भीड़ नियंत्रण का प्रयास होगा।
ट्रेन खुलने के 45 मिनट पूर्व टिकट बिक्री बंद, दर्जनों यात्री नहीं जा सके
कुंभ के दर्जनों श्रद्धालु टाटानगर से जम्मू एक्सप्रेस पर सवार नहीं हो सके, क्योंकि भीड़ के कारण ट्रेन खुलने के 45 मिनट पूर्व टिकट बिक्री बंद कर दी थी। इससे टिकट केन्द्र में हंगामे का माहौल कायम था। इधर, ऑटोमेटिक टिकट वेंडिग मशीन से जहां यात्रियों को प्रयागराज के लिए टिकट नहीं मिल रहा था। वहीं, यूटीएस ऑन मोबाइल से भी टिकट की बुकिंग बंद हो गई थी। बताया जाता है कि उम्मीद से ज्यादा यात्री होने पर चक्रधरपुर मंडल के पदाधिकारियों ने प्रयागराज की टिकट बिक्री पर रोक लगा दी थी। हालांकि, रेलकर्मियों ने कुछ मिनट ही टिकट बिक्री बंद होने का दावा किया।
दो बार ट्रेन रोककर 117 यात्रियों को चढ़ाया गया
प्लेटफॉर्म नंबर एक से खुलने के बाद जम्मू एक्सप्रेस को दो बार रोकना पड़ा, क्योंकि दर्जनों यात्री जनरल व एसी श्रेणी के कोच में नहीं चढ़ सके थे। इससे ट्रेन को रोककर 117 यात्रियों (महिलाएं, अधेड़ व युवक) को महिला एवं दिव्यांग समेत अन्य श्रेणी के कोच पर आरपीएफ जवानों व स्कॉउट एंड गाइड के वालंटियर ने प्लेटफॉर्म पर दौड़कर चढ़ाया। इससे जनरल कोच की गेट पर खड़े यात्रियों में अफरातफरी की स्थिति बन गई थी।
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