कोल्हान विवि में मेथड पेपर के पेच में बीएड छात्रों को नौकरी में परेशानी
कोल्हान विश्वविद्यालय में 2015 से बीएड पाठ्यक्रम में केवल एक मेथड पेपर की पढ़ाई हो रही है, जबकि एनसीटीई के नियमों के अनुसार दो पेपर होने चाहिए। इससे छात्रों को करियर के विकल्पों में समस्या हो रही है।...
कोल्हान विश्वविद्यालय में वर्ष 2015 से बीएड पाठ्यक्रम में केवल एक ही मेथड पेपर की पढ़ाई कराई जा रही है, जबकि एनसीटीई के नियमानुसार बीएड में दो मेथड पेपर की पढ़ाई होनी चाहिए। झारखंड के बाकी के दूसरे विश्वविद्यालयों ने विद्यार्थियों को दूसरे मेथड पेपर की परीक्षा में शामिल होने का मौका देने के लिए विशेष प्रावधान कर दिए हैं, लेकिन कोल्हान विश्वविद्यालय में इसको लेकर स्पष्ट पहल नहीं की गई है। इस कारण वर्ष 2015 के बाद से अब तक बीएड की पढ़ाई पूरी कर चुके विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दो मेथड पेपर की परीक्षा नहीं होने से विद्यार्थी करियर के कई विकल्प खोने के कगार पर हैं। अब छात्र संगठनों ने मांग की है कि कोल्हान विवि में भी विशेष परीक्षा आयोजित कर वर्ष 2015 से अबतक उत्तीर्ण विद्यार्थियों को दूसरे मेथड पेपर की परीक्षा देने का अवसर दिया जाए। शुक्रवार को इसको लेकर विवि मुख्यालय चाईबासा में छात्र संघ के नेताओं ने प्रदर्शन किया।
छात्रों ने कहा कि विनोबा भावे विवि में हाल ही में विश्वविद्यालय प्रशासन ने बैठक कर वर्तमान बीएड के सत्र के छात्रों के साथ पूर्व में उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों को दूसरे मेथड पेपर की परीक्षा देने की अनुमति दे दी है, उसी तर्ज पर कोल्हन विवि में भी प्रावधान होना चाहिए। केयू में इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स शुरू होने के बाद वर्ष 2015 से दो मेथड पेपर की परीक्षा लेने की प्रक्रिया बंद कर दी गई थी। सिर्फ एक ही मेथड पर पेपर की परीक्षा ली जा रही थी। इससे विद्यार्थियों का करियर विकल्प सीमित हो रहा गया था। जो विद्यार्थी दो मेथड पेपर की परीक्षा देकर उत्तीर्ण होंगे, उन्हें दो अलग-अलग विषयों के पीजीटी टीचर के तौर पर नियुक्ति के समय आवेदन करने की योग्यता प्राप्त होगी, जबकि एक ही मेथड पेपर की परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों को सिर्फ एक ही विषय से आवेदन का विकल्प होगा। इस कारण छात्र चाहते हैं कि दूसरे मेथड पेपर की परीक्षा अविलंब लेने की प्रक्रिया शुरू की जाए।
दूसरे जेनेरिक पेपर की परीक्षा लेने की भी मांग
कोल्हान विवि में प्रदर्शन कर छात्र संघ ने मांग की कि वर्ष 2024 के इंटर कंपार्टमेंट (पूरक) परीक्षा में सम्मिलित हुए विद्यार्थियों का स्नातक में नामांकन लेने का अवसर प्रदान किया जाए, ताकि उनका वर्ष बर्बाद न हो। साथ ही कहा गया कि सत्र 2017-20, 2018-21 एवं सत्र 2019-22 यूजी पाठ्यक्रम में जेनेरिक पेपर द्वितीय पत्र की जगह केवल एक ही पेपर की पढ़ाई कराई जा रही है। यह छात्रों को निर्धारित पाठ्यक्रम और उसके उद्देश्यों से वंचित करता है। अन्य विवि की तरह कोल्हान विवि भी गड़बड़ी को सुधारने में यूजी (जीई) के लिए स्पेशल परीक्षा आयोजित करे। मांग की गई कि शैक्षणिक सत्र में सुधार किया जाए। विवि का सत्र काफी विलंब है। मौके पर उपस्थित कोल्हान विवि छात्रसंघ के पूर्व सचिव सुबोध महाकुड़ ने कहा कि छात्र हित में विवि प्रशासन मनमानी करेगा तो जोरदार विरोध होगा।
कुलसचिव के आश्वासन पर प्रदर्शन समाप्त
कुलसचिव ने सभी मांगों पर सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया। इसपर प्रदर्शन समाप्त किया गया। प्रदर्शन में छात्र संघ के पूर्व सचिव सुबोध महाकुड़, उपसचिव वीरेंद्र कुमार, प्रीतम बंकिरा, वीर सिंह, अनंत महतो, सचिन तुबिड़, अंशु बोदरा, कंचन लता गागराई, अंशिका कुमारी, प्रताप बेसरा, शिवम चित्रकार, सुरती कालंदी, नुतन बानरा समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं आंदोलन में शामिल हुए।
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