केयू ने सालभर बाद रद्द किया मानव संसाधान सप्लाई का टेंडर
कोल्हान विश्वविद्यालय में प्रशासनिक अव्यवस्था के कारण शैक्षणिक माहौल बिगड़ रहा है। संविदा शिक्षकों का सेवा नवीनीकरण अटका हुआ है, जबकि आउटसोर्स स्टाफ को वेतन नहीं मिल रहा है। 2024 में निकाले गए टेंडर...
कोल्हान विश्वविद्यालय में प्रशासनिक अव्यवस्था शैक्षणिक माहौल को बदतर बनाता जा रहा है। विश्वविद्यालय में पहले ही संविदा शिक्षकों की सेवा नवीनीकरण प्रक्रिया में पेच फंसा है। बीए़ के शिक्षक बिना मानदेय काम कर रहे हैं। वहीं, विश्वविद्यालय के आउटसोर्स स्टाफ भी तंगहाल हैं। अब उनकी तंगहाली का समाधान निकल पाना मुश्किल हो गया है, क्योंकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने मानव संसाधान सप्लाई के लिए 2024 में निकाले गए टेंडर को निरस्त कर दिया है। हाल में हुई सेल एंड परचेज कमेटी की बैठक के बाद टेंडर को निरस्त किया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिछले एक साल में आउटसोर्स एजेंसी का टेंडर फाइनल नहीं किया। इससे छह माह से आउटसोर्स कर्मचारी वेतन को मोहताज हैं। दरअसल, आउटसोर्स कर्मियों की बहाली के लिए केयू ने एक साल पहले ऑनलाइन टेंडर किया था, जिसमें छह संवेदकों ने टेंडर डाले। 5 के टेंडर को चयनित किया गया, लेकिन एक साल बाद भी टेंडर फाइनल नहीं हो सका। अब जनवरी में टेंडर को निरस्त कर दिया गया है। इससे समस्या जस के तस बनी हुई है।
बताते चलें कि कोल्हान विश्वविद्यालय के मुख्यालय स्थित सभी प्रशासकीय भवन, पीजी के 23 विभाग व विभिन्न अंगीभूत कॉलेजों में आउटसोर्स कर्मियों से काम लिए जाते हैं। टेंडर के पेंच से पिछले कई माह से इन्हें वेतन नहीं मिला है। जुलाई से लेकर जनवरी तक का मानदेय लंबित हैं। आउटसोर्स कर्मियों ने अपनी शिकायत मुख्यमंत्री से की है।
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