कोल्हान : 45 हजार से अधिक उपभोक्ता बिना मीटर के जला रहे बिजली
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के कोल्हान एरिया में 45 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के पास मीटर कनेक्शन नहीं है, जबकि राज्यभर में लगभग छह लाख उपभोक्ताओं के पास मीटर कनेक्शन नहीं है। इसमें घरेलू और...
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के कोल्हान एरिया में 45 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के पास मीटर कनेक्शन नहीं है, जबकि राज्यभर में लगभग छह लाख उपभोक्ताओं के पास मीटर कनेक्शन नहीं है। इसमें घरेलू और कर्मिशयल कनेक्शन भी शामिल हैं। जेबीवीएनएल शत-प्रतिशत मीटर कनेक्शन नहीं कर पाया है। अधिकतर ऐसे उपभोक्ता ग्रामीण क्षेत्रों में है, जिनके रिकॉर्ड नहीं मिल पा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के अधिकारियों की ओर से इनकी रिपोर्टिंग नहीं की जा रही है। कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने कनेक्शन के लिए आवेदन दिए हैं, लेकिन उन्हें कनेक्शन नहीं दिया गया है। शत-प्रतिशत मीटर कनेक्शन की योजना : झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग को टैरिफ आवेदन में हर साल शत प्रतिशत मीटर कनेक्शन की बात की जाती है। 2018 से नियामक आयोग जेबीवीएनएल को इस मामले में समय दे रहा है। जेबीवीएनल शत-प्रतिशत मीटर कनेक्शन करने में असफल है। 2019 में भी समय दिया गया था, फिर से जेबीवीएनएल की ओर से मार्च 2021 तक का समय नियामक आयोग से मांगा गया है। 500 करोड़ की खरीदी जाती है बिजली : उपभोक्ताओं के पास मीटर नहीं होने से जेबीवीएनएल के राजस्व पर भी असर पड़ रहा है। जेबीवीएनएल डीवीसी, इंलैंड, आधुनिक पावर लिमिटेड सहित अन्य कंपनियों से लगभग 500 करोड़ की बिजली हर महीने खरीदता है। वहीं, राजस्व वसूली मात्र 250 से 300 करोड़ ही हो पाती है। जेबीवीएनएल के वाणिज्यिक महाप्रबंधक ऋषि नंदन का कहना है कि 2015 के बाद से मीटर कनेक्शन के नियमों में बदलाव किया गया है। अब जो नियम लागू हैं, इसके तहत मीटर में भी बदलाव किया गया। पहले के उपभोक्ताओं के मीटर को बदला गया। छह लाख में ऐसे उपभोक्ता भी हैं, जिनके मीटर को नहीं बदला गया है या 2015 के पहले से कनेक्शन लिए हुए हैं।
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