करीम सिटी में साहित्यकार मासूम रजा की जयंती पर संगोष्ठी
करीम सिटी कॉलेज के हिंदी विभाग में डॉ. राही मासूम रजा की जयंती पर सेमिनार आयोजित हुआ। वर्कर्स कॉलेज की सुनीता गुड़िया ने महाभारत के उनके संवादों की प्रशंसा की। डॉ. संध्या सिन्हा ने रजा की रचनात्मक...
साहित्यकार व महाभारत धारावाहिक के पटकथा लेखक डॉ. राही मासूम रजा की जयंती पर करीम सिटी कॉलेज के हिंदी विभाग में सेमिनार का आयोजन किया गया। अतिथि वक्ता के रूप में वर्कर्स कॉलेज के हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष सुनीता गुड़िया उपस्थित थीं। सेमिनार में डॉ. संध्या सिन्हा ने कहा कि डॉ. राही खुद को गंगा का बेटा कहते थे। उनकी रचनात्मक उम्र संस्कृत से उर्दू और महाकाव्य से गजलों तक की रही। वे भारतीय संस्कृति को गहराई से पहचानते थे। अतिथि वक्ता सुनीता गुड़िया ने बताया कि महाभारत के डायलॉग्स आज भी उनकी अद्भुत शैली का रंग बिखेरते हैं। वे कट्टरता के सख्त विरोधी थे। विभाजन से आहत रजा मिली-जुली संस्कृति के पैरोकार रहे। रचना के स्तर पर ही नहीं, बल्कि राजनीतिक स्तर पर भी वे सामाजिक समानता के प्रति संघर्षरत रहे। सेमिनार में कई विद्यार्थियों ने उनकी शायरी का पाठ किया। 4 विद्यार्थियों ने उनके उपन्यास पर चर्चा की।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।