अपनी संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करें : स्वामी गोविंददेव
एनआईटी जमशेदपुर में मां सरस्वती की प्रतिमा का अनावरण किया गया और स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज का विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। उन्होंने ज्ञान, संस्कृति और आध्यात्मिकता के महत्व पर प्रकाश डाला।...
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एनआईटी जमशेदपुर के डायमंड जुबली लेक्चर हॉल में मंगलवार को मां सरस्वती की प्रतिमा अनावरण और स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज के विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के अनावरण से हुई। इसके बाद भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र (आईकेएस) के अध्यक्ष एवं उप निदेशक प्रो. आरवी शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधार ने भी संबोधित किया। स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज ने यहां विशेष व्याख्यान दिया। उन्होंने योग वशिष्ठ एवं महाभारत के द्वारा ज्ञान, संस्कृति और आध्यात्मिकता के महत्व पर प्रकाश डाला। साथ ही भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र (आईकेएस) के महत्व को बताया। स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज ने कहा कि ज्ञान और संस्कृति के बिना हमारा जीवन अधूरा है। हमें अपनी संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करना चाहिए और ज्ञान की खोज में लगे रहना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान डॉ. ओम प्रकाश पांडे ने विज्ञान में भारतीय ज्ञान परंपरा पर संबोधन किया। मंच का संचालन डॉ. स्वाति सुधा ने किया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन प्रो. सरोज सारंगी ने किया। कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ. निशीथ कुमार राय, सभी संकायों के विभागाध्यक्ष, डीन एवं बड़ी संख्या में संकाय सदस्यों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया।
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