सदर अस्पताल में आईसीयू, ईएनटी और नेत्र रोग का ऑपरेशन थिएटर जल्द
स्वास्थ्य बजट में 137 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इस साल दो लाख 32 हजार 846 करोड़ रुपये जिला स्तर तक स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत करने पर खर्च होंगे।...
स्वास्थ्य बजट में 137 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इस साल दो लाख 32 हजार 846 करोड़ रुपये जिला स्तर तक स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत करने पर खर्च होंगे। इसके लिए रांची से स्वास्थ्य विभाग की टीम निरीक्षण करने पहुंची। मंगलवार को परसूडीह स्थित सदर अस्पताल की आधारभूत संरचना देखने रांची से स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव विद्यानंद शर्मा पंकज आए थे। उन्होंने सुबह 11 बजे से लेकर शाम तक अस्पताल की व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि अस्पताल में जल्द ही आईसीयू और ईएनटी-नेत्र रोग विभाग के ऑपरेशन थिएटर खुलेंगे।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अस्पतालों के लिए चिकित्सक व कर्मचारियों की बहाली की प्रक्रिया चल रही है। सदर अस्पताल में जल्द ही कई सुविधाओं का लाभ मरीजों को मिलेगा। शिशु रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन, सर्जन, पैथोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, एनेस्थीसिया सहित अन्य चिकित्सकों की मांग पूरी की जाएगी। वहीं, सदर अस्पताल में ईएनटी (नाक-कान-गला) व नेत्र रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति हो चुकी है। ओपीडी सेवा शुरू हो गई है। जल्द ही दोनों विभाग का ऑपरेशन थिएटर खुलेगा। इसका प्रस्ताव बनाकर विभाग को भेजा गया है।
डायलिसिस भी जल्द
उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में जल्द ही आईसीयू की व्यवस्था होगी। इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इसके साथ ही डायलिसिस यूनिट की स्थापना भी की जाएगी। जिला प्रशासन की मदद से दोनों विभागों के लिए भवन का चयन कर वहां काम शुरू कर दिया जाएगा। टीम के साथ प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. एके लाल, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एबीके बाखला, डॉ. प्रभाकर भगत, डॉ. विमलेश कुमार, डीपीएम, हॉस्पिटल मैनेजर सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
जिरियाट्रिक वार्ड में मरीज नहीं देख बोर्ड हटवाया
संयुक्त सचिव विद्यानंद शर्मा पंकज बुजुर्गों के जिरियाट्रिक वार्ड में पेपर का चस्पा वार्ड देखकर नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि जब यहां दूसरे मरीज हैं तो दिखाने के लिए कागज क्यों चस्पा दिया गया है। इसे उन्होंने हटाने के लिए कहा। इस वार्ड को जल्द शुरू करने का निर्देश दिया।
भोजन देखा, पूछा मेरे आने पर तो चादर नहीं बदला
संयुक्त सचिव ने सदर अस्पताल में मरीजों के लिए आए भोजन को देखा। कहा चावल मोटा है, भुजिया भी दीजिए। भोजन परोसने वाले ने कहा कि सर 50 रुपये में दो वक्त का भोजन नाश्ता देना पड़ता है। मरीजों से पूछा कि मेरे आने पर तो चादर बदला नहीं गया न। इधर, संयुक्त सचिव निरीक्षण कर रहे थे तो उधर मरीजों को सदर अस्पताल के कपड़े दिए गए जिसे किसी तरह मरीजों ने पहना था।
सर, बीपीएल कार्ड के लिए 2100 रुपये मांगता है
निरीक्षण के क्रम में एक मरीज से संयुक्त सचिव ने पूछा कि आयुष्मान कार्ड है। इसपर मरीज के परिजन रोशन सिंह ने बताया कि सर, बीपीएल राशन कार्ड के लिए 2100 रुपये मांगा जा रहा है। उसके पास पैसे नहीं है। मरीज जादूगोड़ा का निवासी है। संयुक्त सचिव ने इसकी शिकायत डीसी से करने को कहा, ताकि उनका राशन कार्ड के साथ-साथ आयुष्मान कार्ड भी बन सके।
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