सरकारी स्कूलों में तीन अप्रैल से शुरू होगा नया सत्र, अबतक नहीं पहुंचीं किताबें
सरकारी स्कूलों में नया सत्र अप्रैल के पहले सप्ताह से शुरू होगा। पहली से सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों के परिणाम जारी हो चुके हैं, लेकिन उन्हें किताबों के बिना पढ़ाई करनी होगी। बीआरसी में अब तक किताबों...

सरकारी स्कूलों में नए सत्र की शुरुआत अप्रैल के प्रथम सप्ताह से होगी। स्कूलों में पहली से सातवीं तक के विद्यार्थियों के रिजल्ट जारी कर दिए गए हैं। हालांकि विद्यार्थियों को बिना किताबों के ही पढ़ाई करनी होगी, क्योंकि बीआरसी में अबतक किताबों का आवंटन नहीं हो पाया है। हर वर्ष विद्यार्थियों को नई किताबों के लिए डेढ़ से 2 महीने इंतजार करना पड़ता है। शिक्षा विभाग की ओर से कहा गया कि स्कूलों में बुक बैंक से विद्यार्थियों को नई किताबें मिलने तक पढ़ाया जाएगा। पूर्वी सिंहभूम में पहली से आठवीं तक एक लाख 53 हजार विद्यार्थी अध्यनरत हैं। इन सभी को किताबें मिलनी हैं। 2024-25 सत्र में पहली से दसवीं कक्षा तक में 1 लाख 51 हजार 399 किताबें बांटी गईं। नए सत्र में कमोबेश उतनी ही किताबों की आवश्यकता होगी। हालांकि हर वर्ष विद्यार्थियों को नई किताबें पूरी तरह नहीं मिल पातीं। किताबों का आवंटन कम होने से विद्यार्थियों को नई-पुरानी किताबों को मिलाकर सेट बनकर दिया जाता है। नियमानुसार विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को सरकार की ओर से से नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया जाता है। एक व दो अप्रैल को स्कूलों में अवकाश होने के कारण तीन अप्रैल से सत्र की शुरुआत होगी। अबतक बीआरसी बच्चों के लिए नई पुस्तकें नहीं पहुंची हैं। जब तक नई पुस्तकें नही आती हैं, बच्चे पुरानी किताबों से ही पढ़ाई करेंगे। संभव है कि गर्मी छुट्टी के बाद ही सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को किताबों का आवंटन हो पाएगा। विद्यार्थियों को ऑनलाइन मटेरियल का भी सहारा लेना होगा। इसको लेकर स्कूलों में तैयारी की जा रही है। नए सत्र को लेकर अबतक 2025-26 का कोई भी शेड्यूल जारी नहीं किया गया है। स्कूलों को विभाग की ओर से तैयारी करने को कहा गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।