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कोल्हान विवि के सभी कॉलेजों के अकाउंट से निकासी पर रोक

टाटा कॉलेज चाईबासा के बैंक खाते से फर्जी हस्ताक्षर के जरिए 1.56 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने की घटना के बाद कोल्हान विश्वविद्यालय ने सभी अंगीभूत कॉलेजों के अकाउंट से निकासी पर रोक लगा दी है। जांच के...

Newswrap हिन्दुस्तान, जमशेदपुरThu, 20 Feb 2025 06:16 PM
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कोल्हान विवि के सभी कॉलेजों के अकाउंट से निकासी पर रोक

टाटा कॉलेज चाईबासा के बैंक खाते से चेक पर किए गए फर्जी हस्ताक्षर से 1.56 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर करने का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद कोल्हान विश्वविद्यालय ने एहतियाती कदम उठाते हुए सभी अंगीभूत कॉलेजों में संचालित अकाउंट से निकासी पर रोक लगा दी है। जांच चलने तक कॉलेज ए अकाउंट से राशि नहीं निकाल सकेंगे। इसी के साथ सभी कॉलेजों के प्रिंसिपल को ऐसे मामलों से बचने के लिए खास सावधानी बरकने को लेकर अलर्ट कर दिया है। विश्वविद्यालय ने सभी अंगीभूत महाविद्यालयों के ए अकाउंट से निकासी पर रोक लगाने की जानकारी दे दी है। साथ ही सभी संबंधित बैंकों से भी पत्राचार कर यह जानकारी दे दी गई है कि वे किसी भी चेक को क्लीयर न करें। विश्वविद्यालय की ओर से बैंकों को कहा गया कि चेक पर हस्ताक्षर करने वाले पदाधिकारियों से टेलिफोनिक सत्यापन किए बगैर भविष्य में ऐसे किसी भी ट्रांजेक्शन को क्लीयर नहीं किया जाए। इधर, इस मामले में पुलिस की जांच चल रही है। पुलिस इस मामले में उन खाताधारकों की जानकारी जुटा रही है, जिन खातों में यह रकम भेजी गई है। कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. पी सियाल ने बताया कि एहतियात बरतते हुए सभी कॉलेजों के लिए अलर्ट जारी किया गया है, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।

सीधे नहीं की जा सकती ए अकाउंट से निकासी

टाटा कॉलेज के ए अकाउंट से 1.59 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर करने की जांच चल रही है। दिलचस्प बात यह है कि अंगीभूत कॉलेज किसी भी ए अकाउंट से सीधे राशि की निकासी नहीं कर सकते। नियम के अनुसार, कॉलेज के ए अकाउंट से राशि की निकासी नहीं हो सकती है। इसे पहले कॉलेज के बी अकाउंट में ट्रांसफर करना होता है। निकासी के समय कॉलेज के प्रिंसिपल व बर्सर का भी हस्ताक्षर होना अनिवार्य है। इस कारण अब टाटा कालेज एवं विश्वविद्यालय के लेखा विभाग से भी पूछताछ की जाएगी कि उक्त राशि का चेक बैंक में कैसे पहुंचा। साथ ही बैंक के पदाधिकारियों से भी पुलिस ने जानकारी ली कि आखिर फर्जी चेक व टाटा कॉलेज के लेटरपैड पर लिखा फर्जी पत्र किसने बैंक पहुंचाया।

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