एमजीएम की इमरजेंसी में जल्द बढ़ेंगे 15 बेड, मरीजों को मिलेगी राहत
एमजीएम अस्पताल की इमरजेंसी में बेड की संख्या 53 से बढ़ाकर 68 करने की योजना है। इससे मरीजों को जमीन पर इलाज से राहत मिलेगी। इमरजेंसी में बेड फुल होने पर मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।...
एमजीएम अस्पताल की इमरजेंसी में जल्द ही बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी। इससे मरीजों को जमीन पर इलाज कराने से राहत मिल सकेगी। इमरजेंसी में पहले 35 बेड थे, जिसे बढ़कर 53 कर दिया गया था। इसके बावजूद यहां बेड की समस्या समस्या दूर नहीं हो सकी थी। बेड फुल हो जाने के बाद मरीजों को जमीन पर इलाज करना पड़ रहा था। इससे 15 और बेड लगाने की तैयारी चल रही है। पिछले दिनों प्रधान सचिव डॉ. अजय कुमार ने अस्पताल का निरीक्षण किया था। उनकी नाराजगी के बाद तत्कालीन अस्पताल अधीक्षक डॉ. रविन्द्र कुमार ने कहा था कि जल्द ही समस्या को दूर कर लिया जाएगा। वर्तमान अधीक्षक डॉ. शिखा रानी ने कहा कि उनका प्रयास है कि मरीजों को बेड मिल सके। इसके लिए इमरजेंसी के ऊपर के कमरों को साफ कराकर खाली कराया गया है। इन कमरों में बेड लगाए जाएंगे। यहां इमरजेंसी के मरीजों का इलाज किया जाएगा।
जानकारी हो कि इमरजेंसी के ऊपरी मंजिल पर कई कमरे हैं, जिनका या तो स्टोर रूम के रूप में उपयोग हो रहा है या फिर वे बंद हैं। एक कमरे में बेड लगा दिया गया है। सभी कमरों का उपयोग कर करीब एक दर्जन से अधिक बेड लग सकते हैं। इमरजेंसी में बेड फुल हो जाने पर मरीजों का यहां इलाज हो सकेगा।
डायलिसिट विभाग को नहीं किया गया शिफ्ट
इमरजेंसी के ऊपर के हॉल में डायलिसिसि केन्द्र बनाया गया है। केन्द्र को शिशु रोग विभाग के भवन में शिफ्ट करने की बात कही गई थी, ताकि आईसीयू के बेड बढ़ाए जा सके। हालांकि, अबतक उसे शिफ्ट नहीं किया गया। ऐसे में आईसीयू के बेड भर जाने के बाद अतिरिक्त मरीज आते हैं तो उन्हें नीचे इमरजेंसी में ही रखा जाता है।
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