रानीकुदर में धान, पुआल और हुगला पत्तों से बन रहा पंडाल
कदमा के रानीकुदर में हिंद क्लब पूजा समिति द्वारा इको-फ्रेंडली काल्पनिक मंदिर पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। 85 फीट ऊँचे और 120 फीट चौड़े इस पंडाल में मां दुर्गा की 12 फीट की प्रतिमा स्थापित...
कदमा के रानीकुदर में हिंद क्लब पूजा समिति की ओर से इको फ्रेंडली काल्पनिक मंदिर पूजा पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है। डेढ़ माह से बंगाल के 48 कारीगर स्ट्रक्चर तैयार करने में जुटे हैं। इस पूजा पंडाल की ऊंचाई 85 फीट है, जबकि इसकी चौड़ाई 120 फीट होगी। इस भव्य पूजा पंडाल का निर्माण धान और पुआल के अलावा समुद्र में पाए जाने वाले हुगला पत्ता से किया जा रहा है। यह पंडाल लोगों को ग्लोबल वार्मिंग से लेकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देगा। समिति के अध्यक्ष नंद जी प्रसाद ने बताया कि पंडाल में भारतीय कला की अनूठी झलक दिखेगी। 16 अगस्त से ही बंगाल के कारीगर पंडाल निर्माण में जुटे हैं। पंडाल में बंगाल की बेहतरीन लाइट भी मुख्य आकर्षण होगी। साथ ही मंदिर के गर्भ गृह में सिलिंग पंडाल का निर्माण होगा। लगभग 30 लाख की लागत से निर्मित इस पंडाल में मां दुर्गा के भव्य स्वरूप वाली प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जो 12 फीट की होगी। 1974 से यहां पूजा का आयोजन किया जा रहा है। हर साल समिति का प्रयास होता है कि शहरवासियों के लिए कुछ विशेष किया जाए। इस बार भी यहां का पंडाल आकर्षण का प्रमुख केंद्र होगा। शहर के पूजा पंडालों के रानीकुदर का पंडाल टॉप पांच में शामिल होता है, जिसे देखने के लिए हजारों लोग सिर्फ शहर ही नहीं, बल्कि शहर के बाहर और ओडिशा, बंगाल व बिहार से देखने आते हैं। इस बार भी दर्शकों के लिए यह विशेष पंडाल होगा।
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