बिल्डर रामसकल यादव हत्याकांड के आरोपी को जमशेदपुर लाएगी पुलिस
बिहार एसटीएफ ने ऋषिकेष से रंजीत चौधरी को गिरफ्तार किया है, जो 2015 में जमशेदपुर के बिल्डर रामसकल यादव की हत्या का आरोपी है। रंजीत ने 1 अगस्त 2015 को जुबली पार्क में रामसकल की गोली मारकर हत्या की थी।...
बिहार एसटीएफ की ओर से उत्तराखंड के ऋषिकेष से गिरफ्तार किए गए रंजीत चौधरी का जमशेदपुर पुलिस प्रोडक्शन कराएगी। इसके लिए बिल्डर रामसकल यादव हत्याकांड की फाइल को दोबारा खोला जाएगा। रंजीत पर अलग से मुकदमा चलेगा। रंजीत चौधरी पर जमशेदपुर में वर्ष 2015 में रामसकल यादव नामक बिल्डर की हत्या का आरोप है। रंजीत ने एक अगस्त 2015 को जुबली पार्क में मॉर्निंग वॉकिंग पर गए रामसकल यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्या में झामुमो नेता उपेंद्र सिंह का नाम भी आया था और वे जेल गए थे। 30 नवंबर 2016 को उपेंद्र की अदालत परिसर के बार भवन में गोली मारकर कर दी गई थी। पुलिस के अनुसार, रंजीत रामसकल यादव की हत्या के बाद फरार हो गया था। रामसकल यादव की हत्या में औरंगाबाद के मनोज सिंह और उसके बेटे बंटी सिंह ने भी साथ दिया था। जुबली पार्क गेट नंबर 2 के पास 1 अगस्त 2015 की सुबह टहलने के दौरान रामसकल प्रसाद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। गवाह चंद्रशेखर वर्मा उस वक्त रामसकल यादव के साथ थे, लेकिन पुलिस ने हत्या का मामला रामसकल यादव की पत्नी रंजू देवी के बयान पर दर्ज किया था। मामले में 27 फरवरी 2021 को तत्कालीन एडीजे 4 राजेंद्र कुमार सिन्हा ने मामले में दोषी विकास तपाड़िया, नितेश तिवारी, अविनाश कुमार और पंकज शर्मा को सजा सुनाई थी। इसके अलावा कोर्ट ने दोषियों पर 10-10 हजार जुर्माना भी लगाया था। अब रंजीत के गिरफ्तार होने के बाद इस मामले में उसपर मुकदमा चलेगा।
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