भूगोल एवं खोरठा के उत्कृष्ट मार्गदर्शक रामस्वरूप गोप का निधन
हजारीबाग में 21 वर्षों से भूगोल एवं खोरठा विषय के उत्कृष्ट शिक्षक रामस्वरूप गोप का निधन रांची में इलाज के दौरान हुआ। वे गंभीर रूप से घायल हुए थे। उनके निधन से शिक्षा जगत में शोक की लहर है। शिक्षकों और...
हजारीबाग, वरीय संवाददाता। गुरु गोविंद सिंह रोड स्थित गुरुकुल कोचिंग संस्थान में विगत 21 वर्षों से भूगोल एवं खोरठा विषय के उत्कृष्ट मार्गदर्शक रामस्वरूप गोप का निधन रांची में इलाज के दौरान हो गया। अष्टमी के दिन हजारीबाग में घटी एक दुर्घटना में यह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सदर अस्पताल हजारीबाग की ओर इन्हें रांची रेफर कर दिया गया था। उनके निधन से हजारीबाग के शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। वे न केवल एक उत्कृष्ट शिक्षक बल्कि एक जिंदादिल, हरदिल अजीज, सौम्य, शालीन, मृदुभाषी, मधुर व्यवहार के धनी व्यक्तित्व भी थे। गुरुकुल में रामस्वरूप सर के निधन पर शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने शोक सभा का आयोजन किया तथा दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। गुरुकुल के निदेशक जयप्रकाश जैन ने कहा कि रामस्वरूप ने एक पुस्तक भारत का भूगोल भी लिखी है। यह पुस्तक न केवल हजारीबाग बल्कि संपूर्ण झारखंड के विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित हुई। उन्होंने कहा कि मैंने न केवल एक शिक्षक एक मित्र बल्कि एक खूबसूरत जिंदादिल इंसान को भी खो दिया है। गुरुकुल की प्रबंध निदेशिका शिप्रा जैन ने भी उनके निधन पर शोक जताया। विज्ञान के मार्गदर्शक संजय सिन्हा ने कहा कि रामस्वरूप सर की यादें हमें जीवन जीने की प्रेरणा देते रहेंगी। डॉक्टर दीपक बंधु ने कहा कि रामस्वरूप सर एक नेक दिल इंसान थे। मार्गदर्शक अनिल कुमार ने रामस्वरूप को अपना प्रेरणा स्रोत कहा।
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