पीजीटी और टीजीटी के परस्पर सहयोग से साइंस शिक्षकों की कमी हुई दूर
हजारीबाग जिले के 131 सरकारी हाई और प्लस टू स्कूलों में विज्ञान शिक्षकों की कमी को टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों के सहयोग से दूर किया गया है। हाई स्कूल के शिक्षक प्लस टू स्कूलों में और प्लस टू के शिक्षक...
हजारीबाग, प्रतिनिधि। जिले के 131 सरकारी हाई एवं प्लस टू स्कूलों में विज्ञान शिक्षकों की कमी टीजीटी या पीजीटी के परस्पर सहयोग से दूर हो गई है। हाई स्कूल के शिक्षक प्लस टू स्कूलों में क्लास लेकर कमी को दूर कर रहे है तो प्लस टू के टीचर हाई स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर कर रहे है। दरअसल, हाई और प्लस टू स्कूल एक ही कैंपस में संचालित है। जीव विज्ञान में शिक्षकों का एक भी पद रिक्त नहीं है। जिन स्कूलों में भौतिक और रसायन विषय के शिक्षक नही है उन स्कूलों में गणित विषय के शिक्षक पढ़ा रहे है। कुछ ऐसे भी शिक्षक है जिनकी प्रतिनियुक्ति सप्ताह में तीन दिनों के लिए अन्य स्कूलों में कर दिया गया हैं। हालांकि जिले के मिडिल स्कूलों में विज्ञान शिक्षकों की कमी जरूर हैं। जिले में 2016 के बाद मिडिल स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है। पूर्व में जो शिक्षक नियुक्त है वह रिटायर हो रहे है। ऐसे में आटर्स विषय के शिक्षक ही कामचलाऊ व्यवस्था के तहत बच्चों को पढ़ा रहे है। मिडिल स्कूलों में विज्ञान के एक शिक्षक का पदस्थापना होता है। इस पद के रिक्त होने की स्थिति में साइंस का कोई दुसरा विकल्प नहीं है। जिले में साइंस शिक्षकों की कोई कमी नहीं है। ऐसा कोई भी हाई या प्लस टू स्कूल नहीं है जहां कला विषय के शिक्षक विज्ञान विषय पढ़ाते है।
प्रवीण रंजन, जिला शिक्षा पदाधिकारी, हजारीबाग।
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