Hindi NewsJharkhand NewsHazaribagh NewsRising Brown Sugar Trade in Hazaribagh Ruining Youth Lives

जिले में तेजी से फैल रहा है ब्राउन शुगर का कारोबार

हजारीबाग में ब्राउन शुगर का कारोबार तेजी से फैल रहा है, जिससे हजारों युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो रही है। स्कूल और कॉलेज के छात्र इसका सेवन कर रहे हैं। चोरी, छिनतई और आत्महत्या जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, हजारीबागFri, 9 May 2025 12:42 AM
share Share
Follow Us on
जिले में तेजी से फैल रहा है ब्राउन शुगर का कारोबार

हजारीबाग हमारे प्रतिनिधि। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में तेजी से ब्राउन शुगर का कारोबार फैलता जा रहा है। इससे हजारों युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो रही है। शहर हिंसक बनता जा रहा है।जिले में जमीन के अवैध कारोबार के साथ नशा का भी कारोबार बढ़ रहा है। पुलिस को लगातार सूचना मिल रही है कि बढ़ते नशा के कारोबार से खासकर अभिवाहक बहुत परेशान है। स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले युवक ब्राउन शुगर का इस्तेमाल कर रहे हैं। बच्चे वह महिलाएं ड्रग्स बेच रहे हैं। इसकी लत के कारण मोबाइल और पर्स की छिनतई,चोरी,लुट की घटनाएं बढ़ी है। वही लॉज और हॉस्टल में भी खुदकुशी जैसी घटनाएं तेजी से बढ़ रही है।

युवाओं में इसकी लत इस कदर लग गई है कि वह कोई भी कीमत चुकाने को तैयार रहते है। बस उन्हें रोजाना 500 रुपए का नोट चाहिए। हालांकि 200 रुपए से लेकर दो हजार रुपए तक के ब्राउन शुगर की पुड़िया नेटवर्क के जरिए सप्लाई की जा रही है। पिछले तीन वर्षों से ब्राउन शुगर जैसे नशीले पदार्थों का धंधा तेजी से फैला है। धंधेबाज काफी चालाकी से छोटे बच्चे वह महिलाओं से उसकी डिलीवरी करवा रहे हैं। ताकि पुलिस को शक ना हो। वही बच्चे व महिलाएं ब्राउन शुगर की पुड़िया को ग्राहकों को तक पहुंचा रहे हैं। शहर के वैसे पुराना स्थल जहां सुनसान है। नशेड़ियों का सेफ जोन बन गया है। शहर के पार्क, तालाब, एनएच 33 बाईपास का इलाका नशेड़ियों का अड्डा बनता जा रहा है। ड्रग्स लेने वाले अब शाम का इंतजार नहीं करते। उन्हें दिन में ही मोहल्ले में सप्लाई दे दी जाती है। खुले तौर पर नशेड़ियों को रोकने पर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। छिनतई से होती है शुरुआत जिले में पदस्थापित रहे एक पुलिस पदाधिकारी जो राज्य मुख्यालय में है। उन्होंने बताया कि नशे की लत के कारण युवक चोरी, छिनतई जैसी घटनाओं से शुरुआत करते हैं। फिर लुट, जमीन के कारोबार ,हत्या जैसे अपराध से जुड़ जा रहे हैं। जमीन के कारोबारी भी इसे बढ़ावा दे रहे हैं। वैसे नशेड़ियों का उपयोग अब जमीन लूट में अब किया जा रहा है। अभिवावक की पीड़ा ड्रग्स एडिक्ट एक गार्जियन ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि मेरा बेटा रोज 500 रुपए की डिमांड करता है। वह पिछले तीन वर्षों से ब्राउन शुगर का सेवन कर रहा है। वह घर में चोरी की हरकत भी कर चुका है। गलत लोगों के साथ दोस्ती हो गई है। वह अक्सर पैसे की डिमांड करता है। पूरे घर वाले परेशान हैं। युवको में ब्राउन शुगर का बढ़ता प्रचलन युवाओं में अब दारू गांजा और अफीम के साथ ब्राउन शुगर का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। ब्राउन शुगर कैनविस प्लांट से बनाया जाता है। युवाओं में प्रचलन इसलिए बढ़ा है कि इसके लेने के बाद कुछ घंटे के लिए वह खुद खो जाता हैं। उसे लगता है कि वह दुनिया का सबसे बड़ा व्यक्ति है। नशे के डोज से वह होश खो बैठता है। नहीं मिलने पर बेचैन होकर कुछ भी करने को आमादा हो जाता है। ब्राउन शुगर के उपयोग से सेंट्रल नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है। इसके सेवन करने वाले को सीजर हार्ट अटैक, मेंटल डिसऑर्डर, पैनिक अटैक आते रहते हैं। ड्रग एडिक्ट युवाओं को प्रॉपर काउंसलिंग की जरूरत है। घर में प्रॉपर देखभाल की आवश्यकता है। उन्हें लॉन्ग टर्म ट्रीटमेंट की जरूरत है। डॉ रुपेश प्रसाद न्यूरो चिकित्सक रिम्स

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें