झारखण्ड में जल जमीन और जंगल की लूट मची हुई: भूवनेश्वर मेहता
हजारीबाग के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि झारखंड में जल, जमीन और जंगल की लूट हो रही है। 25 हजार एकड़ से अधिक भूमि की बन्दोवस्ती हो चुकी है और भू-माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही...
हजारीबाग, वरीय संवाददाता। पूर्व सांसद एवं झारखण्ड राज्य विस्थापित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि झारखण्ड में जल, जमीन, जंगल की लूट मची हुई है। केवल हजारीबाग जिला में 25 हजार एकड़़ से अधिक गैर मजूरवा एवं वनभूमि की बन्दोवस्ती हुई है। एसआईटी की जाँच एवं रिपोर्ट के बाद भी भू- माफिया एवं पदाधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि 23 लाख हेक्टर जमीन को भूमि बैंक में डालने से लाखों किसान का रसीद कटना बन्द हो गया है। कल-कारखानों, खनन एवं पथ में अधिग्रहण किए जा रहे गैर मजूरवा जमीन जिसका बन्दोवस्ती है, घर और खेत बना हुआ है उसका मुआवजा का भुगतान नहीं होता है। पकरीबरवाडीह के सैकड़ों एकड़ वन की भूमि में खनन कार्य किया, जो आज भी चल रहा है। नदी, नाला को खत्म कर खनन का काम किया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। वन विभाग एवं प्रशासन के लोग मिले हुए है।
मेहता ने कहा कि इन तमाम मुद्दों को लेकर 21 जनवरी को राँची के प्रेस कल्ब में विस्थापन से जुड़े दलों एवं संगठनों के नेताओं की बैठक होगी जिसके दिल्ली के सिमाना के तर्ज पर झारखण्ड राज्य विस्थापित संघर्ष मोर्चा और किसान तथा विस्थापन के विरुद्ध लड़ रहे संगठन रणनीति तैयार करेंगे।
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