इचाक के टेप्सा में अवैध माइनिंग फिर शुरू, एनजीटी में केस दर्ज करेंगे ग्रामीण
हजारीबाग के इचाक प्रखंड के टेप्सा में फिर से अवैध माइनिंग शुरू हो गई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि 2022 से प्रशासन को आवेदन देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रदूषण के कारण ग्रामीण एनजीटी में...

हजारीबाग, नगर प्रतिनिधि। इचाक प्रखंड के टेप्सा में एक बार फिर अवैध माइनिंग शुरू हो गई है। इस संबंध में स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि 2022 से टेप्सा में अवैध माइनिंग के विरोध में जिला प्रशासन को आवेदन दिया जा रहा है। लेकिन इस दिशा में किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो रही है। इसकी जानकारी ग्रामीणों ने मुख्य मंत्री को दी है। बताया है कि टेप्सा में बिना किसी वैध लाइसेंस और पर्यावरणीय मंजूरी के खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है। जिला खनन टास्क फोर्स भी इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दे रहा है। यहां खनन चालू रहने से ग्रामीणों को दिक्कत हो रही है। प्रदूषण से तंग ग्रामीण अब ग्रामीण नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में केस दर्ज करने की तैयारी कर रहे हैं। यहां पर क्रशर और स्टोन की खुदाई धड़ल्ले चलाया जाता है। जिससे क्षेत्र में भारी प्रदूषण फैल रहा है और जनजीवन प्रभावित हो रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, खनन से उड़ने वाली धूल और भारी वाहनों की आवाजाही ने सड़कों को जर्जर कर दिया है। खेतों में बेतरतीब जमा मिट्टी और पत्थर की वजह से फसलें प्रभावित हो रही हैं। गांव के जल स्रोत भी प्रदूषित हो चुके हैं, जिससे पीने के पानी की समस्या गहरा गई है। ग्रामीणों ने बताया, बिना किसी सरकारी अनुमति के माइनिंग हो रही है। कई बार प्रशासन से शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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