ढाई महीना के बाद भी डबल मर्डर केस की जांच अधूरी
इचाक के शिक्षक दंपति राहुल कुमार और पूजा यादव की हत्या 14-15 जून को संपत्ति विवाद के कारण हुई। शव श्मशान घाट में जलाए गए थे। पुलिस ने जांच में राहुल के पिता और भाई को संदेह के घेरे में लिया। ईश्वर...
इचाक प्रतिनिधि इचाक के कोचिंग संचालक शिक्षक दंपति राहुल कुमार और पूजा यादव डबल मर्डर हत्याकांड की जांच ढाई महीने बीतने के बाद भी पूरी नहीं हो सकी। जिस कारण पूजा यादव के परिजनो में असंतोष है। राहुल और पूजा की धारदार हथियार से निर्मम हत्या 14-15 जून की रात संपत्ति विवाद के कारण कर दी गई थी। मार्निंग वाक पर निकले परासी के युवकों ने देखा कि श्मशान घाट में दो अज्ञात शव को जलाए गए थे। इसके बाद शक की सूई राहुल के पिता और भाई की ओर इंगित करने लगी। इसी दौरान 18 जून को विद्यार्थियों ने इसकी सूचना थाना प्रभारी संतोष कुमार को दिया। राहुल के पिता थाना पहुंचे और बेटा बहू के गायब होने का आवेदन पुलिस को सौंपा। पिता का आवेदन मिलते ही हरकत में आई पुलिस ने श्मशान घाट जाकर जांच पड़ताल किया तो राख से चूड़ी और कड़ा के अवशेष मिले। विद्यार्थियों ने कहा कि चूड़ी और कड़ा की पहचान की। जिसके बाद पुलिस को मामल समझते देर नहीं लगी कि हो न हो राहुल और पूजा की हत्या कर अपराधियों ने शव को जलाकर ठिकाने लगा दिया है। इसके बाद पुलिस ने पूजा के पिता को इसकी सूचना दी। जिसके बाद भाई पिता जीजा और पूजा की बड़ी बहन नीलम यादव इचाक पहुंची। 21 जून की रात पुलिस ने ईश्वर प्रसाद मेहता चालक विकास सोनी को पूछताछ के लिए थाना बुलाया इसके बाद ईश्वर प्रसाद मेहता ने बेटे और बहू की हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। जिसके निशान देही पर परासी गांव के अमित कुमार रवानी, शशि कुमार पांडे, राहुल का छोटा भाई बबलू कुमार मेहता और एक अन्य आरोपी जो हत्या में शामिल था को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। उसके बाद पुलिस लगभग आधे दर्जन बार मुनेश्वर वस्त्रालय और पूजा राहुल के कैमरा की जांच कर चुकी है। अब पुलिसिया जांच धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए लकड़ी उपलब्ध कराने वाले शख्स की ओर बढ़ रही है।
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