पीजी भूगोल विभाग में व्याख्यान आयोजित
हजारीबाग में भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ सरोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में एजीबीजे बिहार एवं झारखंड के भूगोलवेत्ताओं के संघ का स्थापना व्याख्यान हुआ। मुख्य अतिथि प्रोफेसर दिनेश कुमार सिंह ने कृषि और उद्योगों...

हजारीबाग शिक्षा प्रतिनिधि विभावि के पीजी भूगोल विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ सरोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में एजीबीजे बिहार एवं झारखण्ड के भूगोलवेत्ताओं के संघ का स्थापना व्याख्यान आयोजित किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रभारी कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि भूगोलवेत्ताओं को कृषि तथा उद्योगों के विकास के लिए भूमि मानचित्र नये रूप से गढ़ने की जरूरत है । मुख्य वक्ता इलाहाबाद विश्वविद्याल के प्रोफेसर एआर सिद्दिकी ने कहा कि दोनों राज्य उन राज्यों में शामिल हैं जो भारत के दो भागों में विभाजन करने वाली 82.5 डिग्री पूर्व अंक्षाश के पूर्व में है। जहाँ संसाधन ही संसाधन है पर पिछड़े हुए हैं ।
कहा रिमोट सेंसिंग एवं जीआईएस जैसे तकनीकी से मानचित्रण का सम्पोषणीय विकास किया जा सकता है । जिससे भारत को 2047 तक एक विकसित देश बनाने में मदद मिलेगी । इस अवसर पर संघ के संरक्षक पटना के पूर्व कुलपति प्रोफेसर आर बीपी सिंह ने भूगोल विभागों में रिमोट सेंसिंग एवं जीआइएस की पढ़ाई पर जोर दिया । संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर एसएन चौधरी , संघ के सचिव प्रोफेसर एम के सिन्हा ने उक्त आयोजन के कुछ महत्वपूर्ण विन्दुओं पर प्रकाश डाला। इससे पहले सम्मेलन के संयोजक भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ सरोज कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत भाषण तथा विषय प्रवेश कराया। व्याख्यान में बीबीएमके विश्वविद्यालय, धनबाद प्रोफेसर डा सुखदेव साहु की रचित पुस्तक इवैल्युएशन ऑफ टेरेन्स फॉर एग्रिकल्चरल लैंडयूज का विमोचन किया गया । मौके पर पूर्व विभागाध्यक्ष डा कमला प्रसाद, डा ओपी महतो, प्रेसीडेन्ट इलेक्ट डा पीके सिंह तथा विभावि के समाजविज्ञान के संकायध्यक्ष डॉ सादिक राजाक एवं अन्य गणमान्य प्रोफेसर छात्र मौजूद थे । सम्मेलन के आयोजन सचिव डॉ रंजीत कुमार दास ने आभार ज्ञापित किया।
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