Hindi Newsझारखंड न्यूज़हजारीबागControversial Transfer of Teachers Sparks Political Outcry in Hazaribagh University

विभावि के पांच वरीय शिक्षकों का स्थानांतरण के विरोध में राजनीतिक दलों के छात्र संगठन आया सामने

हजारीबाग में विभावि विश्वविद्यालय के पांच शिक्षकों का स्थानांतरण एक गंभीर मुद्दा बन गया है। छात्र संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। शिक्षकों का स्थानांतरण न केवल शिक्षण में बाधा उत्पन्न करेगा,...

Newswrap हिन्दुस्तान, हजारीबागFri, 18 Oct 2024 01:24 AM
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हजारीबाग, शिक्षा प्रतिनिधि। विभावि में शिक्षकों का स्थानांतरण एक गंभीर मुद्दा बन गया है। अब राजनीतिक दलों के छात्र संगठन भी शिक्षकों के पक्ष में खुलकर सामने आने लगे हैं। इस संबंध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य नवलेश सिंह ने कहा कि विभावि के पांच शिक्षकों का एक साथ स्थानांतरण दुर्भाग्यपूर्ण है। विवि को इस मुद्दे पर पुनर्विचार करना चाहिए। कहा कि विभावि पीजी डिपार्टमेंट के वरीय प्राध्यापकगण जिसमें हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ केके गुप्ता, पॉलिटिकल साइंस के हेड डॉ सुकल्याण मोइत्रा, इतिहास विभाग के हेड डॉ विकास कुमार , हिन्दी के डॉ सुबोध सिंह शिवगीत, मानव विज्ञान विभाग के प्रो गंगानंद झा शामिल हैं। कहा है कि उपरोक्त सभी शिक्षक कर्मठ,कर्तव्यनिष्ठ और अपनी संबंधित विषय के मूर्धन्य विद्वान हैं । जिसका लाभ विवि में विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को मिलता है। इनके स्थानांतरण से विवि के संबंधित पीजी विभागों में पठन - पाठन प्रभावित होगा। कहा है कि इस मामले पर जल्द ही अभाविप का राज्यस्तरीय प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल से मिलकर समस्या के समाधान की मांग करेगा। साथ ही कुलपति से भी अपने स्तर से स्थानांतरण पर ठोस कदम उठाने पर जोर देगा। ताकि विवि का शैक्षणिक वातावरण प्रभावित ना हो। इधर हजारीबाग युवा कांग्रेस भी उक्त स्थानांतरण के विरुद्घ मोर्चा खोल दिया है। इसके जिला अध्यक्ष प्रकाश यादव ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी को एक पत्र देकर कहा है कि सभी शिक्षक विश्वविद्यालय के कर्तव्यनिष्ठ एवं लोकप्रिय शिक्षक हैं। सम्पूर्ण प्रक्रिया दुर्भाग्यपूर्ण एवं पूर्वाग्रह से ग्रसित है। जिससे न केवल विश्वविद्यालय की गरिमा को क्षति पहुंचेगी बल्कि भारतीय चुनाव आयोग के आदर्श चुनाव आचार संहिता का भी स्पष्ट उलंघन होगा। इसके अलावा झामुमो के नेता चंदन सिंह ने भी उपरोक्त शिक्षकों के स्थानांतरण को पूरी तरह राजनीतिक षड्यंत्र करार देते हुए राज्यपाल सह कुलाधिपति से न्यायोचित कार्रवाई करने की मांग की। कहा विवि में एक तो शिक्षकों की घोर कमी है और उसके बाद एक साथ पांच वरिष्ठ शिक्षकों का स्थानांतरण किया जाना चिंतनीय है। इसका व्यापक असर विवि पर पड़ सकता है। ना सिर्फ शिक्षण बल्कि अन्य गतिविधियां भी प्रभावित होगी। ऐसे समय में स्थानांतरण किया गया है जब राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता भी लागू है।

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