सावित्रीबाई फुले ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा दिया : सुनीता देवी
बड़कागांव में भारत की पहली शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और क्लबों द्वारा मनाई गई। रामेश्वर राम की अध्यक्षता में रविदास महासभा में उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की...
बड़कागांव, प्रतिनिधि। भाारत की प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती बड़कागांव प्रखंड के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों एवं क्लबों ने मनाया गया। बड़कागांव रविदास महासभा में रामेश्वर राम की अध्यक्षता में माता सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई। मौके पर लोगों ने उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित किया। मौके पर पूर्व पसस राजीव रंजन,रघुनाथ राम राजू कुमार राम, सुकेश कुमार, रामवृक्ष राम , रोशन गुप्ता आदि उपस्थित।बड़कागांव के बीएम मेमोरियल स्कूल में भी देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई। इसकी अध्यक्षता प्राचार्य कैलाश कुमार व संचालन आनंद कुमार पासवान ने किया। शिक्षक ब्रह्मदेव सिंह चौहान ने कहा सावित्रीबाई फुले शिक्षक होने के साथ भारत के नारी मुक्ति आंदोलन की पहली नेता, समाज सुधारक और मराठी कवयित्री भी थी। इन्हें बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए समाज का कड़ा विरोध झेलना पड़ा था। उन्होंने छुआछूत, सती प्रथा, बाल विवाह तथा विधवा विवाह जैसी कुरीतियों के विरुद्ध काम किया।निदेशक संदीप कुशवाह ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने सामाजिक एकता, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
मौके पर निर्देशक सन्दीप कुशवाहा, पिंटू कुशवाहा दिनकर, कैलाश कुमार, रंजीत कुमार, ब्रह्मदेव सिंह चौहान, आनंद कुमार पासवान, आशीष कुमार, महेंद्र कुमार, सुमित कुमार, सोनू कुमार, मुकेश कुमार, ऋषभ अग्रवाल आदि शामिल थे।
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