स्कूल पर मीनार, भगवा पताका और लाउडस्पीकर पर रार; हजारीबाग हिंसा की पूरी कहानी
हजारीबाग जिले के इचाक थाना क्षेत्र स्थित डुमरौन गांव के पीपरटोला में बुधवार को महाशिवरात्रि पर लोहे के स्तंभ में लाउडस्पीकर बांधने को लेकर दो पक्षों के हिंसक झड़प हो गई।
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हजारीबाग जिले के इचाक थाना क्षेत्र स्थित डुमरौन गांव के पीपरटोला में बुधवार को महाशिवरात्रि पर लोहे के स्तंभ में लाउडस्पीकर बांधने को लेकर दो पक्षों के हिंसक झड़प हो गई। पथराव में आधा दर्जन लोग घायल हो गए। इस दौरान उपद्रवियों ने एक कार, छह बाइक, एक स्कूटी और एक साइकिल समेत 8 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस उपद्रवियों की धड़पकड़ के लिए सर्च अभियान चला रही है। फिलहाल स्थित नियंत्रण में है। हजारीबाग हिंसा की तात्कालिक वजह भले ही लाउड स्पीकर विवाद हो लेकिन तनाव लंबे समय से यहां बना हुआ था।
बुधवार को महाशिवरात्रि पर सुबह आठ बजे एक पक्ष के लोग न्यू सनातनी हिन्दुस्तान चौक पर लगे लोहे के स्तंभ में लाउडस्पीकर बांध रहे थे। यह देख दूसरे पक्ष के कुछ लोग विरोध करने लगे। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। स्थानीय थाना प्रभारी संतोष कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों पक्ष के लोगों से बात की। सहमति बनी कि शिवरात्रि के बाद लाउडस्पीकर खोल दिया जाएगा।
बात बन गई थी तभी छतों से होने लगा पथराव
बातचीत चल ही रही थी कि दूसरे पक्ष के लोग घर की छत और स्कूल परिसर से पथराव करने लगे। इसपर पहले पक्ष के लोगों ने भी जवाब में पत्थरबाजी शुरू कर दी। अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान उपद्रवियों ने एक कार, छह बाइक, एक स्कूटी और साइकिल समेत आठ वाहनों को आग के हवाले कर दिया। उपद्रवियों ने सड़क पर खड़े एक ऑटो को भी पलट दिया। एक बाइक को कुएं में धकेल दिया। पत्थरबाजी में दोनों ओर के करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए।
भगवा पताका लगाने से गरम था माहौल
कुछ दिन पहले भी न्यू सनातनी हिन्दुस्तान चौक पर एक पक्ष द्वारा लोहे का स्तंभ लगाने के बाद भगवा पताका फहराया गया था। इसपर एक पक्ष के लोगों ने हंगामा किया था। साथ ही विरोध भी जताया था। इसका मामला थाना पहुंचा था। मगर हल नहीं निकला जा सका। इसी सिलसिले में शिवरात्रि के दिन एक पक्ष के लोग चौक स्थित स्तंभ में लाउडस्पीकर बांधना शुरू किया था, इसी बीच विवाद बढ़ गया।
स्कूल गेट पर मीनार के बाद था तनाव
पताका और लाउडस्पीकर हिंसा के लिए तात्कालिक वजह है। हालांकि, इलाके का माहौल करीब डेढ़साल से तनावपूर्ण बना हुआ था। करीब एक डेढ़ साल के पूर्व एक पक्ष के लोगों ने सरकारी स्कूल के गेट पर मीनार का निर्माण कर दिया था। जिसका मामला थाना से लेकर एसडीओ और अंचलाधिकारी तक पहुंचा था पुलिस और प्रशासन ने आपसी समझौता करा कर मामले को सलटा दिया गया था। इसके बाद से होली, रामनवमी और पहली जनवरी को दो पक्षों के बीच झड़प का सिलसिला चला रहा।