डुमरी: चीनो के प्रवासी मजदूर की मौत से परिजन बेहाल
डुमरी के प्रवासी मजदूर उमेश सिंह की मलेशिया में मौत हो गई। उमेश ने शनिवार रात अपने परिवार से वीडियो कॉल की थी। उसके निधन की खबर परिजनों को सुबह मिली। वह अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गया।...
डुमरी। डुमरी के प्रवासी मजदूर चीनो निवासी उमेश सिंह की मलेशिया में शनिवार को मौत हो गई। रविवार सुबह उसकी मौत की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। चीनो निवासी चेतलाल सिंह का पुत्र उमेश सिंह 35 मलेशिया में एफजीवी कंपनी में काम करता था। बताया जाता है कि शनिवार रात 10 बजे उमेश सिंह ने वीडियो कॉल से अपने परिजनों से बात की थी। इसके सात घंटे बाद परिजनों को उसकी मौत की खबर आ गयी। उसकी मौत कैसे हुई इसकी जानकारी परिजनों को नहीं मिली है। मृतक परिवार का एक मात्र कमाने वाला सदस्य था। उमेश सिंह अपने पीछे पत्नी सहित पुत्री किरन कुमारी, पूजा कुमारी और पुत्र पप्पू कुमार को छोड़ गया है।
घटना की खबर के बाद प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करनेवाले समाजसेवी सिकंदर अली ने मृतक के घर पहुंचे और परिजनों से मिलकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने सरकार से मृतक का शव जल्द से जल्द मलेशिया से लाये जाने की मांग की है। कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी झारखंड के कई प्रवासी मजदूरों ने विदेशों में अपनी जान गंवाई है। झारखंड के हजारों मजदूर आजीविका की तलाश में विदेशों और अन्य राज्यों में रहते हैं, जहां उनके लिए हालात बेहद चुनौतीपूर्ण होते हैं। कुछ दिनों पूर्व बोकारो, गिरिडीह और हजारीबाग जिले के सैकड़ों मजदूर मलेशिया और कैमरून में फंसे हुए थे। जिनकी वापसी बहुत ही मुश्किल से हो पाई है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कब तक झारखंड के युवा दूसरे देश में जान गंवाते रहेंगे। सरकार को चाहिए कि राज्य में ही रोजगार की ठोस व्यवस्था करे, ताकि मजदूरों को रोजगार के लिए पलायन नहीं करना पड़े।
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