पृथ्वी पर भगवान के समान हैं माता-पिता: रुचि शुक्ला
बेंगाबाद में मानस विदूषी रुचि शुक्ला ने कहा कि माता-पिता इस पृथ्वी पर भगवान के समान हैं। उन्होंने बाबा वंशा महादेव मंदिर में आयोजित रूद्र महायज्ञ के दौरान तुलसीदास के चौपाई का अर्थ बताते हुए माता-पिता...

बेंगाबाद। मानस विदूषी रुचि शुक्ला ने कहा कि माता और पिता इस पृथ्वी पर भगवान के समान हैं। ग्राम पंचायत मानजोरी मे स्थित बाबा वंशा महादेव मंदिर परिसर में आयोजित रूद्र महायज्ञ के मौके पर कथा के चौथे दिन अपने प्रवचन में मानस विदूषी ने तुलसी दास के चौपाई का अर्थ बताते हुए उक्त बातें कही। उन्होंने तुलसीदास के चौपाई को दुहराया और कहा कि प्रातः काल उठि के रघुनाथा। मातु पिता गुरू नावहीं माथा। मर्यादा पुरुषोत्तम रामचंद्र सुबह उठने के बाद वे अपने माता पिता और गुरू को सबसे पहले प्रणाम करते हैं। यह चौपाई प्रेरणा से भरी है। लोगों को इसका अनुकरण ही नहीं माता पिता को सम्मान देना चाहिए क्योंकि माता और पिता इस धरा पर भगवान हैं। माता पिता का दिया गया आशीर्वाद और श्राप को देवता भी नहीं काट सकते हैं। उक्त बातें शास्त्र में भी वर्णित है। माता पिता का की गई सेवा कभी व्यर्थ नहीं जाता है। माता पिता की सेवा सत्कार करने वाले व्यक्ति के उपर भगवान का सदैव कृपा बनी रहती है। कहा कि माता और पिता से बढ़कर इस दुनियां में कुछ भी नहीं है। माता और पिता सबसे महान हैं। मौके पर मानस विदूषी ने राम के बाल लीला की व्याख्या विस्तार से किया। महायज्ञ के मौके प्रवचन सुनने के लिए महिला पुरुषों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
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