तू-तू-मैं-मैं के बाद एक घंटा तक ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को बंधक बनाया
बिरनी के प्रतापपुर गांव में पुलिस और ग्रामीणों के बीच गैर मजरुआ जमीन के अतिक्रमण को लेकर झगड़ा हुआ। पुलिस ने आरोप लगाया कि ग्रामीणों ने उनके साथ मारपीट की और सरकारी रिवाल्वर छीनने की कोशिश की। वहीं...
बिरनी, प्रतिनिधि। प्रखण्ड के शाखाबारा पंचायत अंतर्गत प्रतापपुर गांव में गैर मजरुआ जमीन के अतिक्रमण रोकने गए पुलिस के साथ ही ग्रामीण भिड़ गए। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी की। पुलिस अधिकारी ने आरोप लगाया कि ग्रामीणों ने उनके साथ मारपीट भी की है। इसके अलावा मोबाइल एवं सरकारी रिवाल्वर छीनने का भी आरोप लगाया। वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों ने सभी आरोपों को बनावटी बताते हुए कहा कि पुलिस के अधिकारी हम ग्रामीणों पर रिवाल्वर तान दिया और झूठे केस में फंसाने की धमकी दी है। क्या है पूरा मामला : स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के ही कुछ लोग गैर मजरुआ जमीन अतिक्रमण कर उस पर घर बना रहे थे। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने सीओ संदीप मधेसिया एवं एसडीएम संतोष गुप्ता को दी थी। अधिकारियों की सूचना पर भरकट्टा ओपी पुलिस अतिक्रमण रोकने के लिए प्रतापपुर गांव पहुंची। सहदेव यादव पर अतिक्रमण करने का आरोप था। उसे पुलिस ने अपने्ी गाड़ी में बैठा लिया परन्तु सहदेव ने कहा कि सिर्फ मैंने ही ज़मीन अतिक्रमण नहीं किया है। दिवाकर यादव, खड़गधारी यादव, लेखो महतो एवं भोला महतो ने भी दीवार देकर सड़क अवरुद्ध कर दिया है उसे भी गिरफ्तार कीजिए। यह सुनकर एसआई संतोष दुबे ने सहदेव यादव को गाड़ी से उतार दिया। यह देख ग्रामीण पुलिस के पास पहुंच हंगामा करने लगे। कहने लगे कि कितना पैसा लेकर पुलिस ने सहदेव यादव को छोड़ दिया। पुलिस पैसा के लिए कुछ भी कर सकती है। इस तरह के कई आरोप लगाने लगी। एसआई संतोष दुबे ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया परन्तु ग्रामीण पुलिस पर पैसा लेने का आरोप लगाते हुए आक्रमक होने लगी। एसआई दुबे ने अपने फोन में वीडियो बनाने लगे जिसपर ग्रामीण और भी भड़क गए और भीड़ पुलिस की ओर बढ़ने लगी। दुबे ने मोबाइल रख रिवाल्वर निकाल ग्रामीणों की ओर रिवाल्वर तान दिया। दुबे ने भीड़ में कथित रुप से एक ग्रामीण सुनील यादव का कॉलर पकड़ लिया परन्तु कहते हैं कि गुस्साए सुनील ने एसआई दुबे को थप्पड़ जड़ दिया। एसआई दुबे ने इसकी सूचना ओपी प्रभारी प्रकाश रंजन को दी। प्रभारी दलबल के साथ प्रतापपुर गांव पहुंचे परन्तु मामला और भी बढ़ता गया। ग्रामीण सड़क पर बैठ गए। ग्रामीणों ने प्रभारी से कहा कि अपने सीनियर अधिकारी को बुलाइए तभी पुलिस यहां से जाएगी। लगभग एक घंटा तक ग्रामीण एवं पुलिस के बीच हॉट टॉक चलता रहा। बाद में एसडीएम संतोष गुप्ता के हस्तक्षेप के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को वहां से जाने दिया।
ग्रामीण लालू प्रसाद यादव, किशोर यादव, दिनेश कुमार यादव, किसुन यादव, टेकनारायण यादव, जनार्दन यादव एवं सुरेन्द्र यादव ने बताया कि प्रतापपुर गांव में खाता न. 41, प्लॉट 785, रकवा 13.40 एकड़, गैर-मजरुआ खास किस्म की जमीन है परन्तु गांव के कुछ लोग इसे अतिक्रमण कर रहे हैं। ग्रामीणों ने वर्ष 2020 से अंचल एवं एसडीएम को आवेदन देकर इसे अतिक्रमण मुक्त करने का आग्रह किया है परन्तु अबतक अधिकारियों ने कोई पहल नहीं की जिस वजह से लगभग 4 एकड़ जमीन अबतक ग्रामीणों ने अतिक्रमण कर लिया है। ओपी प्रभारी प्रकाश रंजन ने कहा कि पुलिस जनता की सेवा के लिए काम करती है। अधिकारियों की सूचना पर पुलिस प्रतापपुर पहुंची थी परंतु कतिपय ग्रामीणों ने पुलिस के साथ बदसलूकी एवं धक्का-मुक्की की है। इसका समाज में गलत संदेश जा रहा है। पुलिस के साथ बदसलूकी करनेवालों को चिन्हित किया जा रहा है।
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