असम राइफल्स के लिए हुआ प्रवासी मजदूर के पुत्र का चयन
बगोदर के प्रवासी मजदूर देवलाल महतो के बेटे बैजनाथ महतो ने असम रायफल्स में जवान के रूप में चयनित होकर सफलता हासिल की है। बैजनाथ ने ग्रेजुएशन के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की और यह सफलता प्राप्त...
बगोदर, प्रतिनिधि। विदेशों एवं महानगरों में समस्याओं से घिरने के कारण बगोदर इलाके के प्रवासी मजदूर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। एक बार फिर एक प्रवासी मजदूर सुर्खियों में आ गया है। लेकिन इस बार समस्याओं से घिरने के कारण प्रवासी मजदूर सुर्खियों में नहीं आया है बल्कि बेटे की कामयाबी के कारण सुर्खियों में आया है। जी हां, इस बार बगोदर के पोखरिया के रहनेवाले प्रवासी मजदूर देवलाल महतो के बेटा बैजनाथ महतो ने कमाल किया है। असम रायफल्स में जवान के रुप उसका सेलेक्शन हुआ है। प्रवासी मजदूर का बेटा का चयन असम रायफल्स में होना निश्चित रुप से इलाके के लिए गौरव की बात है। चूंकि चयनित जवान बैजनाथ महतो के पिता 25 सालों से मुंबई में रहकर टैक्सी चलाते हैं और मां गृहिणी है। कहने का मतलब यह भी है कि सही राह दिखाने वालों की कमी के बावजूद बैजनाथ ने सफलता पायी है। असम रायफल्स के लिए चयनित बैजनाथ महतो हिन्दुस्तान से बातचीत में बताया कि वह ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुट गया और उन्हें बहुत जल्द ही सफलता मिल गई। बताया कि दो भाईयों में वह बड़ा है। एक बड़ी बहन है जिसकी शादी हो चुकी है। छोटा भाई अभी स्कूल में पढ़ाई करता है। मां गृहिणी है और पिता इंटर तक की पढ़ाई की है। मगर 25 सालों से मुंबई में रहकर टैक्सी चलाते हैं। बताया कि उसके माता-पिता उसकी पढ़ाई-लिखाई में कभी भी कोई कमी होने नहीं दिया। जब भी पढ़ाई-लिखाई से संबंधित कोई चीज की जरूरत हुई माता- पिता ने उसे पूरा किया। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता- पिता को दिया है।
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